ETV Bharat / state

Chirmiri: चिरमिरी के इस वार्ड में नहीं है पक्की सड़क, गर्भवती को एंबुलेंस के लिए चलना पड़ा एक किलोमीटर

आजादी के 75 साल बाद भी चिरमिरी नगर निगम के एक वार्ड में आज तक सड़क नहीं बन सकी है. जिसका खामियाजा बीमार और गर्भवती महिलाओं को उठाना पड़ रहा है. गांव में एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती है जिससे दर्द झेलती गर्भवती महिलाओं को पैदल ही चलकर एंबुलेंस तक आना पड़ता है.Lack of basic facilities in Chirmiri

Chirmiri Municipal Corporation
चिरमिरी नगर निगम
author img

By

Published : Mar 21, 2023, 10:41 AM IST

Updated : Mar 21, 2023, 11:52 AM IST

चिरमिरी नगर निगम

एमसीबी: एमसीबी जिले के चिरमिरी के नगर निगम में एक वार्ड ऐसा है. जहां लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं. सड़क बिजली और पानी जरूरतों के लिए लिए लोगों को जद्दोजहद करनी पड़ती है. हालिया मामले में लामीगोंडा की एक गर्भवती महिला को दूसरी महिलाओं के सहारे लगभग एक किलोमीटर पैदल चलकर एंबुलेंस तक आना पड़ा.

सड़क बना दो सरकार: लामीगोंडा के ग्रामीणों का कहना है कि ये कोई नई बात नहीं है. जब भी कोई बीमार होता है, किसी गर्भवती महिला का डिलीवरी का समय आता है तो यहीं स्थिति रहती है. गांव में अब तक सड़क नहीं बनी है जिससे दर्द झेल रही गर्भवती महिलाओं को पैदल चलकर एंबुलेंस तक पहुंचना पड़ता है. बीमार बुजुर्गों को भी ऐसी ही परेशानी झेलनी पड़ती है. कुछ को खाट में बिठाकर ले जाया जाता है. काफी उबड़ खाबड़ रास्ता है, इसे पक्का नहीं बनाया जा रहा है. जिस वजह से गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाते हैं. जिससे महिलाओं और बुजुर्गों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.

यह भी पढ़ें: Manendragarh News : बीसीए के 40 छात्रों ने खाली छोड़ी आंसर शीट, विवेकानंद कॉलेज प्रबंधन पर पढ़ाई न कराने के लगाए आरोप

एक बार फिर अधिकारी का आश्वासन: मीडिया के जरिए जब गर्भवती के पैदल चलकर एंबुलेंस तक जाने की बात एमसीबी कलेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने पहले तो फॉरेस्ट एरिया होने का हवाला दिया. बाद में निगम कमिश्नर को सीसी रोड बनाने के लिए निर्देश देने का दावा किया.

Raipur: कलेक्ट्रेट दर पर मानदेय की मांग को लेकर रसोईया संघ ने किया प्रदर्शन

चिरमिरी नगर निगम

एमसीबी: एमसीबी जिले के चिरमिरी के नगर निगम में एक वार्ड ऐसा है. जहां लोगों को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं. सड़क बिजली और पानी जरूरतों के लिए लिए लोगों को जद्दोजहद करनी पड़ती है. हालिया मामले में लामीगोंडा की एक गर्भवती महिला को दूसरी महिलाओं के सहारे लगभग एक किलोमीटर पैदल चलकर एंबुलेंस तक आना पड़ा.

सड़क बना दो सरकार: लामीगोंडा के ग्रामीणों का कहना है कि ये कोई नई बात नहीं है. जब भी कोई बीमार होता है, किसी गर्भवती महिला का डिलीवरी का समय आता है तो यहीं स्थिति रहती है. गांव में अब तक सड़क नहीं बनी है जिससे दर्द झेल रही गर्भवती महिलाओं को पैदल चलकर एंबुलेंस तक पहुंचना पड़ता है. बीमार बुजुर्गों को भी ऐसी ही परेशानी झेलनी पड़ती है. कुछ को खाट में बिठाकर ले जाया जाता है. काफी उबड़ खाबड़ रास्ता है, इसे पक्का नहीं बनाया जा रहा है. जिस वजह से गांव तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाते हैं. जिससे महिलाओं और बुजुर्गों को परेशानी झेलनी पड़ रही है.

यह भी पढ़ें: Manendragarh News : बीसीए के 40 छात्रों ने खाली छोड़ी आंसर शीट, विवेकानंद कॉलेज प्रबंधन पर पढ़ाई न कराने के लगाए आरोप

एक बार फिर अधिकारी का आश्वासन: मीडिया के जरिए जब गर्भवती के पैदल चलकर एंबुलेंस तक जाने की बात एमसीबी कलेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने पहले तो फॉरेस्ट एरिया होने का हवाला दिया. बाद में निगम कमिश्नर को सीसी रोड बनाने के लिए निर्देश देने का दावा किया.

Raipur: कलेक्ट्रेट दर पर मानदेय की मांग को लेकर रसोईया संघ ने किया प्रदर्शन

Last Updated : Mar 21, 2023, 11:52 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.