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Kalsarp Yoga 2022: नए साल में हो जाएं 'सावधान', जनवरी में बन रहा है कालसर्प योग - भगवान भोलेनाथ की पूजा

कालसर्प योग (Prediction of Kalsarp Yoga) राहु-केतु के एक ओर सभी ग्रहों के आ जाने से बनता है. इस कालसर्प योग में सभी ग्रह केतु से राहु की ओर बने हुए हैं और इसमें राहु-केतु अपनी उच्च राशियों में हैं.

Kalsarp Yoga 2022
जनवरी में बन रहा है कालसर्प योग
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Published : Dec 15, 2021, 8:32 AM IST

Updated : Dec 15, 2021, 12:47 PM IST

रायपुर: कुछ ही दिनों में नया साल आने वाला है. हर कोई चाहता है कि आने वाला साल सुख, समृद्धि, खुशी, ऐश्वर्य लेकर आए. हालांकि ज्योतिषियों का कहना है कि ये सब ग्रहों की दशा तय करती है. बात करें साल 2022 की तो इस साल की शुरुआत में भी कालसर्प योग बन रहा है. इसकी वजह से आने वाला समय भारी उलटफेर वाला रह सकता है.

जनवरी में बन रहा है कालसर्प योग: ज्योतिष

31 दिसंबर से शुरू हो रहा है कालसर्प योग

कोरोना काल के दौर के साथ ही नव वर्ष का आगमन कालसर्प योग के साथ हो रहा है. कालसर्प योग 27 जनवरी तक रहेगा. इस दौरान सावधानीपूर्वक आगे बढ़ने का समय है. सभी राशि वालों को इसका ध्यान रखना चाहिए. कालसर्प योग, राहु-केतु के एक ओर सभी ग्रहों के आ जाने से बनता है. कालसर्प योग में सभी ग्रह केतु से राहु की ओर बने हुए हैं और इसमें राहु-केतु अपनी उच्च राशियों में हैं. ऐसे में यह योग और प्रबल हो जाता है. इस योग की शुरुआत 31 दिसंबर 2021 से हो रही है. जो नए साल के आगमन को प्रभावित करेगी. ऐसे में रासायनिक क्रियाओं के बढ़ने और आकस्मिक घटनाओं के होने की आशंका को बढ़ावा मिलेगा.

भगवान भोलेनाथ की पूजा

ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री पंडित अरुणेश शर्मा बताते हैं कि कालसर्प योग के आरंभ के दौरान चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे. यही स्थिति भावनाओं के बहकने और मानसिक रूप से तनावग्रस्त होने की संकेतक है. इससे बचने के लिए भगवान भोलेनाथ की पूजा की जानी चाहिए और उनका जलाभिषेक किया जाना चाहिए. कालसर्प योग सभी राशियों के लिए नकारात्मक नहीं है.

इस साल शादी के बंधन में बंधने वालों के लिए खुशखबरी, विवाह के 15 शुभ मुहूर्त

जल तत्व की राशियों पर कालसर्प योग का कम प्रभाव

पृथ्वी तत्व की अधिकांश राशियां इसके सकारात्मक प्रभाव में रहने वाली हैं. कन्या, मकर और वृषभ राशि के लिए यह योग सामान्य से अच्छा बना हुआ है. इन राशि वालों को अपने कार्यों में तेजी लानी चाहिए. जल तत्व की राशियों के लिए कालसर्प योग कम प्रभाव का बनता है. इन राशि के जातकों को स्वास्थ्य संपत्ति और शिक्षा संबंधी प्रयासों में अतिरिक्त सावधानी की जरूरत रहेगी.

ये राशि के जातक रखे सावधानियां

जल तत्व की राशियों में कर्क, वृश्चिक और मीन राशि आते हैं. वायु तत्व की राशियों के लिए कालसर्प योग मिश्रित प्रभाव का है. रूटीन कार्यों को आगे बढ़ाते हुए इन राशि वालों को अपने कार्यों में गति बनाए रखनी चाहिए.

वायु तत्व की राशियों में मिथुन, तुला और कुंभ राशि आती है. अग्नि तत्व की राशियों के लिए कालसर्प योग शुभ कारक नहीं है. इन्हें स्वास्थ्य संबंधी सतर्कता बरतनी चाहिए. खान-पान का ध्यान रखना चाहिए और मौसमी सावधानियों को अपनाना चाहिए. अग्नि तत्व की राशियों में मेष सिंह और धनु राशि आती है.

रायपुर: कुछ ही दिनों में नया साल आने वाला है. हर कोई चाहता है कि आने वाला साल सुख, समृद्धि, खुशी, ऐश्वर्य लेकर आए. हालांकि ज्योतिषियों का कहना है कि ये सब ग्रहों की दशा तय करती है. बात करें साल 2022 की तो इस साल की शुरुआत में भी कालसर्प योग बन रहा है. इसकी वजह से आने वाला समय भारी उलटफेर वाला रह सकता है.

जनवरी में बन रहा है कालसर्प योग: ज्योतिष

31 दिसंबर से शुरू हो रहा है कालसर्प योग

कोरोना काल के दौर के साथ ही नव वर्ष का आगमन कालसर्प योग के साथ हो रहा है. कालसर्प योग 27 जनवरी तक रहेगा. इस दौरान सावधानीपूर्वक आगे बढ़ने का समय है. सभी राशि वालों को इसका ध्यान रखना चाहिए. कालसर्प योग, राहु-केतु के एक ओर सभी ग्रहों के आ जाने से बनता है. कालसर्प योग में सभी ग्रह केतु से राहु की ओर बने हुए हैं और इसमें राहु-केतु अपनी उच्च राशियों में हैं. ऐसे में यह योग और प्रबल हो जाता है. इस योग की शुरुआत 31 दिसंबर 2021 से हो रही है. जो नए साल के आगमन को प्रभावित करेगी. ऐसे में रासायनिक क्रियाओं के बढ़ने और आकस्मिक घटनाओं के होने की आशंका को बढ़ावा मिलेगा.

भगवान भोलेनाथ की पूजा

ज्योतिष एवं वास्तु शास्त्री पंडित अरुणेश शर्मा बताते हैं कि कालसर्प योग के आरंभ के दौरान चंद्रमा वृश्चिक राशि में रहेंगे. यही स्थिति भावनाओं के बहकने और मानसिक रूप से तनावग्रस्त होने की संकेतक है. इससे बचने के लिए भगवान भोलेनाथ की पूजा की जानी चाहिए और उनका जलाभिषेक किया जाना चाहिए. कालसर्प योग सभी राशियों के लिए नकारात्मक नहीं है.

इस साल शादी के बंधन में बंधने वालों के लिए खुशखबरी, विवाह के 15 शुभ मुहूर्त

जल तत्व की राशियों पर कालसर्प योग का कम प्रभाव

पृथ्वी तत्व की अधिकांश राशियां इसके सकारात्मक प्रभाव में रहने वाली हैं. कन्या, मकर और वृषभ राशि के लिए यह योग सामान्य से अच्छा बना हुआ है. इन राशि वालों को अपने कार्यों में तेजी लानी चाहिए. जल तत्व की राशियों के लिए कालसर्प योग कम प्रभाव का बनता है. इन राशि के जातकों को स्वास्थ्य संपत्ति और शिक्षा संबंधी प्रयासों में अतिरिक्त सावधानी की जरूरत रहेगी.

ये राशि के जातक रखे सावधानियां

जल तत्व की राशियों में कर्क, वृश्चिक और मीन राशि आते हैं. वायु तत्व की राशियों के लिए कालसर्प योग मिश्रित प्रभाव का है. रूटीन कार्यों को आगे बढ़ाते हुए इन राशि वालों को अपने कार्यों में गति बनाए रखनी चाहिए.

वायु तत्व की राशियों में मिथुन, तुला और कुंभ राशि आती है. अग्नि तत्व की राशियों के लिए कालसर्प योग शुभ कारक नहीं है. इन्हें स्वास्थ्य संबंधी सतर्कता बरतनी चाहिए. खान-पान का ध्यान रखना चाहिए और मौसमी सावधानियों को अपनाना चाहिए. अग्नि तत्व की राशियों में मेष सिंह और धनु राशि आती है.

Last Updated : Dec 15, 2021, 12:47 PM IST
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