रायपुर: भाजपा के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल उनके ही विधानसभा क्षेत्र में सामुदायिक भवन और गार्डन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. लेकिन लोगों के विरोध के बाद बिना उद्घाटन किए ही उन्हें लौटना पड़ा. इस पर महापौर प्रमोद दुबे ने तंज कसते हुए कहा कि, जो लोग क्रेडिट लेने की कोशिश करते हैं उनका यही हाल होता है.
ETV भारत से की गई बातचीत में महापौर प्रमोद दुबे ने कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहा कि हमने कभी भी काम करने के बाद क्रेडिट लेने की कोशिश नहीं की लेकिन जो लोग क्रेडिट लेने की कोशिश करते हैं उनका यही हाल होता है.
कंप्यूटर सेंटर बनाए जाने पर आक्रोश
उन्होंने कहा कि उद्घाटन कार्यक्रम के पहले ही हमने वहां के स्थानीय भाजपा पार्षद को बता दिया था कि सामुदायिक भवन में कंप्यूटर सेंटर बनाए जाने को लेकर लोगों में काफी आक्रोश है. साथ ही यह भी कहा था कि हो सकता है कि उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान उन्हें जनता के विरोध का सामना करना पड़े. बावजूद इसके स्थानीय भाजपा पार्षद की ओर से उद्घाटन कार्यक्रम रखा गया, जिसका खामियाजा बृजमोहन अग्रवाल को उठाना पड़ा, वहां से बिना उद्घाटन किए ही लौटना पड़ा. दुबे ने कहा कि भाजपा पार्षद की वजह से आज बृजमोहन को ऐसा समय देखना पड़ा है.
जब प्रमोद दुबे से पूछा गया कि आप भी वहां के लोगों को समझाने में नाकाम रहे तो उन्होंने कहा कि हमारी कोई बात ही नहीं थी. हमने तो सामुदायिक भवन बनाया था, लेकिन वहां भाजपा पार्षद की ओर से कंप्यूटर सेंटर खोल दिया गया. इसे लेकर लोग विरोध कर रहे थे, क्योंकि यह सामुदायिक भवन वहां के स्थानीय लोगों के लिए छोटे मोटे आयोजनों के लिए बनाए गए थे.
भवन में ही कंप्यूटर सेंटर खोले गए
महापौर ने तो यहां तक कहा कि उन्होंने भाजपा पार्षद को कंप्यूटर सेंटर के लिए अलग से राशि स्वीकृत करने और भवन निर्माण कराए जाने की बात भी कही थी. बावजूद इसके भाजपा पार्षद नहीं माने और सामुदायिक भवन में ही कंप्यूटर सेंटर खोल दिया.
क्या था मामला
बता दें कि ब्राह्मणपारा स्थित सामुदायिक भवन और गार्डन के उद्घाटन कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और महापौर प्रमोद दुबे पहुंचे. लेकिन यहां मौजूद महिलाओं ने इस उद्घाटन कार्यक्रम का विरोध शुरू कर दिया. उनका साफ कहना था कि सामुदायिक भवन छोटे-मोटे आयोजनों के लिए बनाया गया है न कि कंप्यूटर सेंटर के लिए. काफी मान मनोबल के बावजूद महिलाएं नहीं मानी तब थक हार कर बृजमोहन अग्रवाल और प्रमोद दुबे को वहां से बिना उद्घाटन किए वापस लौटना पड़ा. इस दौरान इनके विरोध को लेकर बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.