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पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप में फर्जीवाड़ा: 43 शिक्षण संस्थानों को किया गया ब्लैक लिस्ट, छत्तीसगढ़ भी शामिल

झारखंड में पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के नाम पर बड़े घोटाले की साजिश का पर्दाफाश हुआ है. इस खुलासे के बाद छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कुल 43 शिक्षण संस्थानों को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है.

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मैट्रिक स्कॉलरशिप के नाम पर फर्जीवाड़ा
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Published : Nov 25, 2020, 9:37 PM IST

रांची/रायपुर: पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के नाम पर बड़े घोटाले की साजिश का समय रहते पर्दाफाश हुआ है. इसका खुलासा आदिवासी कल्याण आयुक्त हर्ष मंगला की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर हुआ है. कमेटी की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि अलग-अलग राज्यों के 43 शिक्षण संस्थानों की ओर से अयोग्य छात्र-छात्राओं के लिए गलत तथ्य पेश कर स्कॉलरशिप का आवेदन दिया गया था. लेकिन भौतिक सत्यापन के दौरान साजिश की पोल खुल गई. इन संस्थानों ने कुल 543 ऐसे छात्र-छात्राओं के पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप को अग्रसारित किया था, जो या तो स्कॉलरशिप की अहर्ता नहीं रखते थे या फिर संस्थान में इनका नाम ही नहीं था.

कल्याण विभाग की ओर से सभी परियोजना पदाधिकारी और जिला कल्याण पदाधिकारियों को भुगतान स्थगित करने का निर्देश दे दिया गया है. इसके बावजूद अगर किसी जिला से भुगतान कर दिया गया है तो उसकी अविलंब वसूली करने को कहा गया है.

क्या है मामला और क्यों हुआ शक

वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान झारखंड के बाहर दूसरे राज्यों में अनुमान से अधिक नामांकन लेने वाले संस्थानों के छात्रों द्वारा ई-कल्याण पोर्टल पर छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया गया था. खास बात है कि संबंधित संस्थानों की ओर से छात्र-छात्राओं के आवेदन को जांच के बाद अग्रसारित भी किया गया था. आवेदनों के सत्यापन के लिए कल्याण विभाग की ओर से जांच दल का गठन किया गया था. जांच दल ने राज्य के बाहर के 117 संस्थानों का भौतिक सत्यापन किया. 3 फरवरी, 24 फरवरी और 17 मार्च 2020 को जांच पदाधिकारियों ने अपनी अपनी रिपोर्ट आदिवासी कल्याण आयुक्त को भेजी थी. इनमें से 46 संस्थान शक के दायरे में आए. इस आधार पर 46 संस्थानों से स्पष्टीकरण मांगा गया था. 19 नवंबर को कल्याण आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति ने 46 संस्थानों से आए स्पष्टीकरण की समीक्षा की. जांच के बाद 43 संस्थानों को दोषी पाया गया. इन संस्थानों को काली सूची में डालने और एक कल्याण पोर्टल से हटाने का आदेश जारी कर दिया गया है जबकि 3 संस्थानों के स्पष्टीकरण की फिर से जांच होगी.

ये भी पढ़ें-Jharkhand Scholarship Scam: आसान शब्दों में समझें क्या है झारखंड छात्रवृत्ति घोटाला

क्या है पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप ?

राज्य सरकार हर साल करीब ढाई लाख एसटी,एससी और पिछड़ा वर्ग के छात्रों को मैट्रिक के बाद की पढ़ाई के लिए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप देती है. इसमें कोर्स का वर्गीकरण 4 आधार पर किया गया है. कोर्स के आधार पर एक छात्र को अधिकतम 50 हजार रु दिए जाते हैं. यह राशि राज्य सरकार, मिनिस्ट्री ऑफ ट्राइबल अफेयर्स और मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस की तरफ से दी जाती है. इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी राज्य सरकार की होती है. इसमें सबसे ज्यादा राशि राज्य सरकार देती है.

दूसरे राज्यों के कौन-कौन से संस्थान किए गए ब्लैक लिस्टेड

  • भिलाई कॉलेज ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, दुर्ग
  • छत्तीसगढ़ कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, दुर्ग
  • देव संस्कृति कॉलेज एजुकेशन, दुर्ग
  • मनसा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, दुर्ग
  • नेताजी सुभाष कॉलेज, अभनपुर, रायपुर
  • मैट्स यूनिवर्सिटी, आरंग, रायपुर
  • यशोदा स्कूल ऑफ नर्सिंग, हैदराबाद
  • आदित्य स्कूल ऑफ नर्सिंग, हैदराबाद
  • लक्ष्मी देवी स्कूल ऑफ नर्सिंग, बंगलुरु
  • सूर्या कॉलेज स्कूल ऑफ नर्सिंग, बंगलुरु
  • आईईएस कॉलेज आफ टेक्नोलॉजी, भोपाल
  • आईएएस इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, भोपाल
  • टेक्नोक्रेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, भोपाल
  • आदर्श कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ग्वालियर
  • अंश कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ग्वालियर
  • ब्रिलिएंट इंस्टीट्यूट ऑफ प्रो स्टडीज, ग्वालियर
  • भगवती इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल, ग्वालियर
  • केयर कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ग्वालियर
  • दीक्षा प्रोफेशनल अकैडमी, ग्वालियर
  • आईपीटी एजुकेशन, ग्वालियर
  • महर्षि वेदव्यास महाविद्यालय, ग्वालियर
  • एमपीएस शिक्षा महाविद्यालय, ग्वालियर
  • विजय राजे कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ग्वालियर
  • सीतारामय्या स्कूल ऑफ नर्सिंग, रंगारेड्डी
  • आर्यभट्ट इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग, बर्द्धमान
  • आसनसोल इंजीनियरिंग कॉलेज, बर्द्धमान
  • डॉक्टर बी सी रॉय इंजीनियरिंग कॉलेज, बर्द्धमान
  • एनएसएचएम कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट, दुर्गापुर
  • अग्निवीणा स्कूल ऑफ एजुकेशन, बीरभूम
  • आर्का द्विती कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बीरभूम
  • बंगाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, बीरभूम
  • गीतांजलि कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बीरभूम
  • गुरुकुल टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर, बीरभूम
  • रंगा माटी शिक्षण आश्रम, बीरभूम
  • स्वामी विवेकानंद b.ed कॉलेज, बीरभूम
  • तोशानी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बीरभूम
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, नॉर्थ 24 परगना
  • संत मैरी टेक्निकल केंपस, नॉर्थ 24 परगना
  • मेघनाद साहा इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, कोलकाता
  • स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन,यमुना नगर, हरियाणा
  • हाइटेक इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग, गाजियाबाद, यूपी
  • नारायणा स्कूल ऑफ नर्सिंग, नेल्लौर, आंध्र प्रदेश
  • सागर दुर्गा स्कूल ऑफ नर्सिंग, विशाखापत्तनम
  • क्राइस्ट कॉलेज ऑफ एजुकेशन, विजयनगरम
  • जीसस डोग्गा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, विजयनगरम

रांची/रायपुर: पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप के नाम पर बड़े घोटाले की साजिश का समय रहते पर्दाफाश हुआ है. इसका खुलासा आदिवासी कल्याण आयुक्त हर्ष मंगला की अध्यक्षता में गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर हुआ है. कमेटी की जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि अलग-अलग राज्यों के 43 शिक्षण संस्थानों की ओर से अयोग्य छात्र-छात्राओं के लिए गलत तथ्य पेश कर स्कॉलरशिप का आवेदन दिया गया था. लेकिन भौतिक सत्यापन के दौरान साजिश की पोल खुल गई. इन संस्थानों ने कुल 543 ऐसे छात्र-छात्राओं के पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप को अग्रसारित किया था, जो या तो स्कॉलरशिप की अहर्ता नहीं रखते थे या फिर संस्थान में इनका नाम ही नहीं था.

कल्याण विभाग की ओर से सभी परियोजना पदाधिकारी और जिला कल्याण पदाधिकारियों को भुगतान स्थगित करने का निर्देश दे दिया गया है. इसके बावजूद अगर किसी जिला से भुगतान कर दिया गया है तो उसकी अविलंब वसूली करने को कहा गया है.

क्या है मामला और क्यों हुआ शक

वित्तीय वर्ष 2019-20 के दौरान झारखंड के बाहर दूसरे राज्यों में अनुमान से अधिक नामांकन लेने वाले संस्थानों के छात्रों द्वारा ई-कल्याण पोर्टल पर छात्रवृत्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन दिया गया था. खास बात है कि संबंधित संस्थानों की ओर से छात्र-छात्राओं के आवेदन को जांच के बाद अग्रसारित भी किया गया था. आवेदनों के सत्यापन के लिए कल्याण विभाग की ओर से जांच दल का गठन किया गया था. जांच दल ने राज्य के बाहर के 117 संस्थानों का भौतिक सत्यापन किया. 3 फरवरी, 24 फरवरी और 17 मार्च 2020 को जांच पदाधिकारियों ने अपनी अपनी रिपोर्ट आदिवासी कल्याण आयुक्त को भेजी थी. इनमें से 46 संस्थान शक के दायरे में आए. इस आधार पर 46 संस्थानों से स्पष्टीकरण मांगा गया था. 19 नवंबर को कल्याण आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति ने 46 संस्थानों से आए स्पष्टीकरण की समीक्षा की. जांच के बाद 43 संस्थानों को दोषी पाया गया. इन संस्थानों को काली सूची में डालने और एक कल्याण पोर्टल से हटाने का आदेश जारी कर दिया गया है जबकि 3 संस्थानों के स्पष्टीकरण की फिर से जांच होगी.

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क्या है पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप ?

राज्य सरकार हर साल करीब ढाई लाख एसटी,एससी और पिछड़ा वर्ग के छात्रों को मैट्रिक के बाद की पढ़ाई के लिए पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप देती है. इसमें कोर्स का वर्गीकरण 4 आधार पर किया गया है. कोर्स के आधार पर एक छात्र को अधिकतम 50 हजार रु दिए जाते हैं. यह राशि राज्य सरकार, मिनिस्ट्री ऑफ ट्राइबल अफेयर्स और मिनिस्ट्री ऑफ सोशल जस्टिस की तरफ से दी जाती है. इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी राज्य सरकार की होती है. इसमें सबसे ज्यादा राशि राज्य सरकार देती है.

दूसरे राज्यों के कौन-कौन से संस्थान किए गए ब्लैक लिस्टेड

  • भिलाई कॉलेज ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, दुर्ग
  • छत्तीसगढ़ कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, दुर्ग
  • देव संस्कृति कॉलेज एजुकेशन, दुर्ग
  • मनसा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, दुर्ग
  • नेताजी सुभाष कॉलेज, अभनपुर, रायपुर
  • मैट्स यूनिवर्सिटी, आरंग, रायपुर
  • यशोदा स्कूल ऑफ नर्सिंग, हैदराबाद
  • आदित्य स्कूल ऑफ नर्सिंग, हैदराबाद
  • लक्ष्मी देवी स्कूल ऑफ नर्सिंग, बंगलुरु
  • सूर्या कॉलेज स्कूल ऑफ नर्सिंग, बंगलुरु
  • आईईएस कॉलेज आफ टेक्नोलॉजी, भोपाल
  • आईएएस इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, भोपाल
  • टेक्नोक्रेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, भोपाल
  • आदर्श कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ग्वालियर
  • अंश कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ग्वालियर
  • ब्रिलिएंट इंस्टीट्यूट ऑफ प्रो स्टडीज, ग्वालियर
  • भगवती इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल, ग्वालियर
  • केयर कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ग्वालियर
  • दीक्षा प्रोफेशनल अकैडमी, ग्वालियर
  • आईपीटी एजुकेशन, ग्वालियर
  • महर्षि वेदव्यास महाविद्यालय, ग्वालियर
  • एमपीएस शिक्षा महाविद्यालय, ग्वालियर
  • विजय राजे कॉलेज ऑफ एजुकेशन, ग्वालियर
  • सीतारामय्या स्कूल ऑफ नर्सिंग, रंगारेड्डी
  • आर्यभट्ट इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग, बर्द्धमान
  • आसनसोल इंजीनियरिंग कॉलेज, बर्द्धमान
  • डॉक्टर बी सी रॉय इंजीनियरिंग कॉलेज, बर्द्धमान
  • एनएसएचएम कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट, दुर्गापुर
  • अग्निवीणा स्कूल ऑफ एजुकेशन, बीरभूम
  • आर्का द्विती कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बीरभूम
  • बंगाल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, बीरभूम
  • गीतांजलि कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बीरभूम
  • गुरुकुल टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर, बीरभूम
  • रंगा माटी शिक्षण आश्रम, बीरभूम
  • स्वामी विवेकानंद b.ed कॉलेज, बीरभूम
  • तोशानी कॉलेज ऑफ एजुकेशन, बीरभूम
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, नॉर्थ 24 परगना
  • संत मैरी टेक्निकल केंपस, नॉर्थ 24 परगना
  • मेघनाद साहा इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी, कोलकाता
  • स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन,यमुना नगर, हरियाणा
  • हाइटेक इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग, गाजियाबाद, यूपी
  • नारायणा स्कूल ऑफ नर्सिंग, नेल्लौर, आंध्र प्रदेश
  • सागर दुर्गा स्कूल ऑफ नर्सिंग, विशाखापत्तनम
  • क्राइस्ट कॉलेज ऑफ एजुकेशन, विजयनगरम
  • जीसस डोग्गा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, विजयनगरम
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