रायपुर : छत्तीसगढ़ की चर्चा इन दिनों प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो रही है. और इस चर्चा की वजह घूम-फिरकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) ही हैं. बीते करीब एक महीने से छत्तीसगढ़ अपने राजनीतिक मुद्दों को लेकर चर्चा में रहा, लेकिन अब इसमें थोड़ा बदलाव हो गया है. बदलाव का कारण इस बार छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल (Nand Kumar Baghel) द्वारा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनउ में दिया गया बयान है. इस बयान को लेकर एक तरफ जहां भाजपा, कांग्रेस पर हमलावर हो गई है वहीं राजनीतिक जानकार इस पूरे मामले को उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव (Upcoming elections in Uttar Pradesh) को लेकर कांग्रेस की रणनीति करार दे रहे हैं.
सीएम के पिता समेत पूरे कांग्रेस पर हमलावर हुई भाजपा
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल द्वारा लखनऊ में ब्राह्मणों के खिलाफ दिये गए बयान की आग बुझने के बजाय और सुलगती ही जा रही है. इस मामले को लेकर लगातार भाजपा सीएम बघेल और उनके पिता सहित कांग्रेस के खिलाफ हमलावर है. भाजपा का आरोप है कि नंद कुमार बघेल द्वारा यह बयान कहीं न कहीं उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर दिया गया है. इसके बाद सीएम बघेल की एफआईआर की कार्रवाई की कड़ी भी यूपी चुनाव से जुड़ी हुई है.
पिता के खिलाफ अब क्यों कराई एफआईआर, यूपी चुनाव से है कनेक्शन : भाजपा
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास का कहना है कि छत्तीसगढ़ शांति का टापू है. लेकिन जब से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आई है, तब से ही एक खास वर्ग को टारगेट किया जा रहा है. उनको अपमानित करने का प्रयास किया जा रहा है. रावण को शहीद का दर्जा दिया जाता है. महिषासुर दिवस मनाया जाता है. भगवान श्रीराम के खिलाफ भी इनके द्वारा इस तरह का बयान दिया जा चुका है.
सीएम के पिता नंदकुमार बघेल द्वारा पूर्व में भी इस तरह का बयान दिया गया था. तब तो प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन जब उत्तर प्रदेश में उन्होंने इस तरह का बयान दिया तो वहां चुनाव की परिस्थिति और ब्राह्मणों की बहुलता देखते हुए छत्तीसगढ़ में नंद कुमार बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. यह पूरा घटनाक्रम राजनीति से प्रेरित है.
प्रदेश में कानून के हिसाब से होगा काम : कांग्रेस
कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले ही कह दिया है कि प्रदेश में कानून के हिसाब से काम होगा. कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून का शासन है. ऐसा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा कहा गया है. और इस मामले में भी कानून के हिसाब से कार्रवाई की गई है.
एफआईआर से ही जाहिर होता है कि पिता-पुत्र में है वैचारिक मतभेद
राजनीति के जानकार भी इस पूरे घटनाक्रम को उत्तर प्रदेश चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं. वरिष्ठ पत्रकार रामअवतार तिवारी का कहना है कि यह हमेशा देखने को मिला है कि जब सत्ता पर कोई का काबिज होता है तो उनके परिवार के सदस्यों का बोलबाला होता है. उनके संरक्षण में कई तरह के बयान दिये जाते हैं. काम किए जाते हैं, लेकिन जिस तरह भूपेश बघेल ने उनके पिता द्वारा दिये गए बयान के बाद तत्काल एफआईआर की कार्रवाई की गई है, इससे साफ जाहिर है कि भूपेश अपने पिता के इस बयान से संबंध नहीं रखते हैं.
गलत संदेश न जाए, इसलिए की गई होगी कार्रवाई
राम अवतार तिवारी ने कहा कि पूरी घटना का संबंध उत्तर प्रदेश चुनाव से हो सकता है. क्योंकि वहां पिछड़ा वर्ग की एक मुहिम खुद भाजपा ने चला रखी है. दूसरी तरफ ब्राह्मण अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. वे एकजुट होते जा रहे हैं और तीसरी तरफ ब्राह्मण के खिलाफ यूपी में ही यह बयान नंद कुमार बघेल ने दिये हैं. हो सकता है कि उसका असर लखनऊ में न हो और गलत संदेश न जाए इसलिए कहीं न कहीं इस तरह की कार्रवाई की गई है. नंद कुमार बघेल द्वारा ऐसा बयान पहली बार नहीं दिया गया है, इसके पहले भी वे ऐसे विवादित बयान देते रहे हैं.
पूर्व में भी अजीत जोगी के शासनकाल में नंद कुमार बघेल द्वारा लिखी एक किताब विवादों में बनी रही. उनके पूर्व के बयानों से समाज का एक वर्ग लगातार उनसे आहत रहता है, इसकी शिकायत लोगों ने कई बार की है. मुख्यमंत्री बघेल भी कई बार यह कह चुके हैं कि मेरे पिता और मेरी विचारधारा में शुरू से मतभेद है.
सीएम के पिता ने क्या दिया था बयान
गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने लखनऊ में ब्राह्मण समाज पर विदेशी होने की टिप्पणी की थी. उनके द्वारा की गई इस टिप्पणी के बाद से ब्राह्मण समाज आक्रोशित है. उन्होंने कहा था कि ब्राम्हण विदेशी हैं, उन्हें बाहर निकालना होगा. इसके बाद से सोशल मीडिया में उनकी खूब आलोचना हो रही है. साथ ही उनके द्वारा की गई टिप्पणी के अंश भी जमकर वायरल हो रहे हैं. हालांकि इस मामले पर डीडीनगर थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. इसके बाद भी शहर के कई थानों में शिकायत दर्ज हो रही है.