रायपुर : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जनसंख्या विस्फोट रोकने पर दिए गए उद्बोधन के बाद पूरे देश में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. इसे लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों की अलग-अलग राय सामने आ रही है. कोई इसे सही ठहरा रहा है तो कोई इसे कुछ नियमों के साथ लागू करने का समर्थन कर रहा है.
प्रदेश में भी इस मुद्दे पर राजनीतिक सरगर्मी देखने को मिली. कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी का कहना है कि, 'पहले बीजेपी अपने नेताओं को सलाह दे, जिन्होंने पहले बचकाना बयान देते हुए हिंदुओं को 8-10 बच्चे पैदा करने की सलाह दी थी'. उन्होंने कहा कि, 'इसके लिए बीजेपी को जनता से माफी मांगनी चाहिए'.
अजीत जोगी ने पीएम मोदी का किया समर्थन
वहीं जनता कांग्रेस सुप्रीमो अजीत जोगी ने पीएम मोदी की इस बात का समर्थन किया है. उन्होंने कहा है कि, 'देश के विकास के लिए जनसंख्या विस्फोट को रोकना बहुत जरूरी है. देश में बढ़ती हुई जनसंख्या को रोकने के लिए राजनीतिक और धार्मिक विषयों से हटकर काम करने पर बल देना चाहिए. साथ ही उन्होंने पीएम को एक फॉर्मूला भी सुझाया, जिसमें उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार बच्चे पैदा करने की स्वतंत्रता होना चाहिए.
जनसंख्या विस्फोट से निपटने के लिए भागीदारी जरूरी
इधर, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री मोदी की इस बात को ऐतिहासिक बताया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कठोर निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं. साथ ही कहा कि जनसंख्या विस्फोट की समस्या से निपटने के लिए सभी की भागीदारी जरूरी है.
कांग्रेस कर रही राजनीति
संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस को पहले यह समझना चाहिए कि मोदी किसी पार्टी के प्रधानमंत्री नहीं है, बल्कि देश के प्रधानमंत्री हैं. यदि पीएम कोई आह्वान करते हैं, तो वह पूरे देश की जनता के लिए करते हैं.
देश में हो रहे जनसंख्या विस्फोट को रोकने के लिए लंबे समय से चर्चा की जा रही है, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि दिल्ली के लाल किले से प्रधानमंत्री ने सार्वजनिक रूप से इस मुद्दे को उठाया. अब देखने वाली बात ये है कि पीएम का यह आह्वान देश सहित प्रदेश में राजनीतिक रंग लेता है या मोदी आने वाले समय में इसे लेकर कोई सख्त कानून बना सकते हैं.