रायपुरः मौजूदा समय में राजधानी रायपुर (Raipur) में पेट्रोल-डीजल (petrol diesel) की कीमत को लेकर सियासी जंग चरम पर है. वहीं, इस मुद्दे को लेकर आम जनता खासा परेशान नजर आ रही है. दरअसल, भाजपा शासित राज्यों में वैट कम दिए गये हैं. हालांकि कांग्रेस (Congress) शासित राज्यों में वैट कीमत नहीं घटने को लेकर सियासी जंग जारी है. एक ओर भाजपा (BJP) शासित राज्यों में वैट कम किया गया है, तो दूसरी ओर छत्तीसगढ़ सहित कांग्रेस शासित राज्यों में कीमत नहीं कम होने से आम जनमानस परेशान है.
पेट्रोल की कीमतों में और गिरावट चाहती है कोरबा की जनता
पीएम ने की राज्य सरकारों से अपील
बता दें कि हाल ही में केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल में एक्साइज ड्यूटी (Excise duty) कम की है, जिसके बाद पेट्रोल 5 रुपए और डीजल 10 रुपए सस्ता हुआ है. इधर, प्रधानमंत्री (Prime minister) ने राज्य सरकारों से भी अपील की है कि वे अपने राज्यों में पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करें. वहीं, केंद्र सरकार के पेट्रोल और डीजल में एक्साइज ड्यूटी कम करने के बाद भाजपा शासित राज्यों की सरकारो ने भी वैट में कम किया है. लेकिन गैर भाजपा शासित राज्यों के सरकार में पेट्रोल और डीजल में वैट कम करने को लेकर काफी विवाद हो रहा है. यहां केन्द्र और राज्य सरकार के झगड़े के बीच आम जनता पीस रही है.
प्रदेश की जनता परेशान
वहीं, इस मामले में ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ की जनता से बातचीत की. जनता का कहना है कि छत्तीसगढ़ से लगे राज्य उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दाम कम होने हैं के बाद छत्तीसगढ़ की भी जनता की मांग है कि राज्य सरकार को अपने वैट में कमी लानी चाहिए ताकि जनता को और राहत मिल सके.
डीलर एसोसिएशन अध्यक्ष ने कहा सरकार को बाद में होगी दिक्कत
इधर इस पूरे प्रकरण में ईटीवी भारत ने छत्तीसगढ़ पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन (Chhattisgarh Petroleum Dealers Association) के अध्यक्ष अखिल धगत (President Akhil Dhagat) से बातचीत की, तो उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से लगे राज्य मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश में डीजल के दाम छत्तीसगढ़ से कम हैं. इन राज्यों से आने वाली गाड़ियां छत्तीसगढ़ में पेट्रोल-डीजल भरवाना बंद कर देंगे, जिसका असर यहां की बिक्री पर आएगा. जब सेलिंग प्रभावित होगी तो उसका नुकसान वैट के रूप में सरकार को भी होगा. इसलिए कुछ हद तक सरकार को डीजल में वैट कम करने की आवश्यकता है. आगे उन्होंने कहा कि राज्य में पेट्रोल और डीजल में वैट 25 फीसद है, पिछले कई सालों से इसमें बढ़ोतरी नहीं की गई है. पहले भाजपा सरकार थी उस समय भी यहीं बैठ था. पिछले 3 सालों से कांग्रेस सरकार आने के बाद भी यही वेट लिया जा रहा है.
जीएसटी मंत्री पीएसए देव ने दिए वेट कम करने के संकेत
वही, आज जीएसटी मंत्री पीएसए देव ने प्रदेश में वेट कम करने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा है कि जो भी संभावनाएं हैं, उनका खाका तैयार कर मुख्यमंत्री को प्रस्ताव भेजा जाएगा. हम दूसरे राज्यों में पेट्रोल-डीजल पर लगे बैठ और अंतर की तुलना कर रहे हैं. अगले एक-दो दिनों में विभाग से प्रस्ताव तैयार किया जाएगा.
बघेल ने केन्द्र सरकार से एक्साइज ड्यूटी करने की बात कही
हालांकि वेट कम करने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल(Chief Minister Bhupesh Baghel) ने कहा कि केंद्र सरकार अपने एक्साइज ड्यूटी में कमी करें. यूपीए सरकार के समय 9 रुपए एक्साइज ड्यूटी ली जाती थी, लेकिन मोदी सरकार में 28 से 32 तक एक्साइज ड्यूटी पहुंच गई. केंद्र सरकार यूपीए सरकार के समय स्तर पर एक्साइज ड्यूटी लाते तो हम उनके फैसले का स्वागत करेंगे. वहीं, छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस की सरकार आई है, हमने राज्य के वैट पूर्व में रमन सिंह की सरकार ने तय किया था हम उसे ही ले रहे है.
इन राज्यों में दाम
- छत्तीसगढ़ में आज पेट्रोल के दाम 101.88 रुपए प्रति लीटर, डीजल 93.78 रुपए है.
- मध्यप्रदेश में पेट्रोल 108.25 रुपए, डीजल 91.15 रुपए है.
- उत्तर प्रदेश में पेट्रोल 101.01 रुपए, डीजल 91.52 रुपए है.
- झारखंड में पेट्रोल 98.48 रुपए, डीजल 91.52 रुपए है.
- उड़ीसा में पेट्रोल 101.90 रुपए, डीजल 91.50 रुपए है.
- तेलंगाना में पेट्रोल 108.20 रुपए, डीजल 92.62 रुपए है.
- महाराष्ट्र में पेट्रोल 107.19 रुपए, डीजल 92.23 रुपए है.