रायपुर: महादेव सट्टेबाजी एप के के जाल सिने वर्ल्ड के लोगों के नाम आ रहे हैं. रणबीर कपूर से लेकर श्रद्धा कपूर, हुमा कुरैशी से लेकर हिना खान और कपिल शर्मा से लेकर दूसरे सेलिब्रिटी के नाम भी इस लिस्ट में है. अब महादेव एप के सरगना सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल के साथ बीजेपी के बड़े नेता और महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस की फोटो के सामने आने की खबर आई है. इस पर छत्तीसगढ़ में सियासी पारा हाई हो गया है.
सीएम बघेल ने महादेव एप को बंद करने की मांग की (Mahadev App): सीएम भूपेश बघेल ने महादेव एप को बंद करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि "महादेव एप को मोदी सरकार कब बंद कर रही है. वह कब तक इस केस में डिटेल जांच करेगी. इसमें बीजेपी नेताओं के नाम भी सामने आ रहे हैं". महादेव एप में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस का नाम भी सामने आ रहा है. उनके आरोपियों के साथ रमेश बैस का फोटो वायरल हुआ है. इस सवाल के जवाब में सीएम ने कहा है कि "इसमें निष्पक्ष कार्रवाई करनी चाहिए. मेरा मोदी सरकार से सवाल है कि महादेव एप को केंद्र सरकार कब बंद कर रही है. इस केस में राजनीतिक द्वेषवश कार्रवाई की जा रही है."
महादेव सट्टेबाजी एप से जुड़े बीजेपी नेताओं की जांच हो: सीएम बघेल ने केंद्र सरकार से पूछा है कि इस केस में बीजेपी से जुड़े लोगों की जांच की जाए. इसे केंद्र सरकार कब बंद कर रही है. इसका जवाब मोदी सरकार को देना चाहिए. अभी इस केस में जिन भी फिल्मी हस्तियों के नाम सामने आए हैं. उन पर महादेव एप के सरगना से गलत तरीके से पैसे लेने का आरोप है. हवाला के जरिए भारी मात्रा में ट्रांजैक्शन का आरोप भी इस केस में लग रहा है. जिसकी जांच ईडी लगातार कर रही है. इस संदर्भ में ही ईडी ने फिल्मी सितारों को पूछताछ के लिए बुलाया है. जिनमें रणबीर कपूर, श्रद्धा कपूर, हुमा कुरैशी, हिना खान और कॉमेडियन कपिल शर्मा के नाम हैं. इस केस में सीएम के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा पर भी ईडी ने दबिश दी थी.
महादेव एप को लेकर बघेल सरकार पर रमन का हमला: रमन सिंह ने महादेव एप को लेकर सीएम बघेल पर अटैक किया. उन्होंने कहा कि" भूपेश को इतना समझ नहीं आता है कि जुआ सट्टा और अपराध और महादेव एप का जन्म छत्तीसगढ़ में होता है. जूस बेचने वाला 200 करोड़ की शादी करता है. बघेल सरकार के अधिकारी, ओएसडी और लोगों से पैसों के लेन देन की बात साबित होती है. जो भी भ्रष्टाचार छत्तीसगढ़ में होता है. उसका भूपेश से सीधे कनेक्शन होता है. महादेव एप के बारे में बड़ा स्पष्ट चीज है कि भूपेश बघेल जो इस एप को बंद करने की मांग कर रहे हैं. यह जो जुआ सट्टा अपराध में केस दर्ज कराकर अपराधियों को सजा दिलाने का काम भूपेश बघेल सरकार का था. इसको जांच करना राज्य सरकार के अंदर आता है. चार महीने तक भूपेश बैठे रहे. अब ईडी इस केस में PMLA लगा तक आई.अब ईडी इस पर कार्रवाई कर रही है. लेकिन इसमें बघेल सरकार का प्रथम कर्तव्य था कि उनके जिले शहर में महादेव सट्टा एप चल रहा था. तो इन्हें कार्रवाई करनी चाहिए" .रमन सिंह ने प्रदेश में बढ़ते अपराध पर भी सीएम बघेल पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में क्राइम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है
महादेव सट्टेबाजी एप क्या है: महादेव सट्टेबाजी एप की शुरुआत सबसे पहले दुर्ग और भिलाई से हुई. उसके बाद इस एप का संचालन दुबई से किया जाने लगा. यह एक प्रकार का सट्टेबाजी एप है. इसमें यूजर सट्टे के तहत पैसे लगाने का काम करते हैं. यह एप कई तरह के ऑनलाइन गेम के लिए अवैध प्लेटफॉर्म मुहैया करती है. एक निश्चित रकम में इस एप का पासवर्ड और आईडी बेचा जाता है. इसके अलावा इसमें पैनल को भी तैयार किया जाता है.