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सियासी दंगल में उलझा किसान, कैसे बिकेगा और कैसे उठेगा धान ?

छत्तीसगढ़ में किसान बारदाने के कमी, धान के जमाव, परिवहन न होने से बेहद परेशान हैं. वहीं प्रदेश सरकार और भाजपा आमने-सामने हैं दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में व्यस्त हैं.

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Published : Jan 2, 2021, 8:09 PM IST

Updated : Jan 3, 2021, 10:30 AM IST

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सियासी दंगल में उलझा किसान

रायपुर: छत्तीसगढ़ में किसान बारदाने के कमी, धान के जमाव, परिवहन न होने से बेहद परेशान हैं. किसानों के साथ-साथ सरकार के माथे पर भी चिंता की लकीरें खिंच गई हैं. प्रदेश सरकार और भाजपा आमने-सामने हैं दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में व्यस्त हैं. इधर अन्नदाताओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.

सियासी दंगल में उलझा किसान

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूर्व सीएम रमन सिंह पर बरस पड़े. उन्होंने आरोप लगाया कि रमन सिंह केंद्र और राज्य सरकार के बीच गलतफहमी पैदा कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि जल्द ही केंद्र और राज्य सरकार के बीच की गलतफहमी दूर होगी. बघेल ने कहा कि पढ़े-लिखे रमन सिंह को बोनस और राजीव गांधी न्याय योजना में अंतर समझ नहीं आ रहा है. केंद्र के अधिकारी अगर योजना की जानकारी लेना चाहते हैं, तो यहां आएं. हम उनका स्वागत करेंगे.

धान खरीदी में परेशानी को लेकर सीएम बघेल ने की पीएम मोदी से बात

टीएस सिंहदेव भी केंद्र सरकार के रवैये से दिखे नाराज

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि कमी बारदाने की नहीं है बल्कि एफसीआई के धान उठाव नहीं करने से परेशानी हो रही है. सिंहदेव ने कहा कि धान खरीदी में परेशानी केंद्र सरकार के कुप्रबंधन का नतीजा है. उन्होंने कहा कि आधे से ज्यादा की खरीदी हो गई है, लेकिन केंद्र सरकार धान नहीं उठा रही है. केंद्र सरकार ने एफसीआई को धान उठाने का डायरेक्शन नहीं दिया. जिसके कारण धान जाम हो गया है.

धान खरीदी में परेशानी केंद्र सरकार का कुप्रबंधन: सिंहदेव

'बारदाना संकट केंद्र सरकार की विसंगति'

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू भी आरोप लगा चुके हैं कि धान खरीदी में बारदाना संकट केंद्र सरकार की विसंगति है. गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि धान खरीदी हमारे किए गए वादे के अनुरूप चल रही है. केंद्र सरकार के कारण कुछ विसंगतियां आ रही हैं. धान राज्य सरकार खरीदती है फिर केंद्र लेता है, FCI में जमा होता है, लेकिन आज तक केंद्र सरकार आदेश जारी नहीं किया है. केंद्र का कहना है कि एफसीआई में धान-चावल रखा जाए.

धान खरीदी को लेकर सीएम भूपेश ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र

'केंद्र के रवैया से धान खरीदी हो सकती है प्रभावित'

कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे भी कह चुके हैं कि केंद्र ने नहीं दिया साथ तो धान खरीदी प्रभावित हो सकती है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की सहमति केंद्र से मिली थी. राज्य में 45 लाख मीट्रिक टन से अधीक खरीदी अब तक की गई है. 90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन केंद्र से एफसीआई में चावल जमा करने की अनुमति अब तक नहीं मिली है. धान का उठाव प्रभावित हो रहा है. छत्तीसगढ़ के सभी सोसायटियों में धान जाम होने के हालात बन रहे हैं. आने वाले दिनों में धान खरीदी प्रभावित हो सकती है.

रमन सिंह का सीएम बघेल पर आरोप

भाजपा भी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. पूर्व सीएम रमन सिंह ने दो दिन पहले ट्वीट कर राज्य सरकार पर निशाना साधा था कि छत्तीसगढ़ गढ़ने चले थे लेकिन गड़बड़ा दिए. 2 जनवरी को फिर रमन ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि छत्तीसगढ़ सरकार के दो सालों के कामकाज को देखकर "बंदर के हाथ उस्तरा लगने वाली कहावत का मतलब भलीभांति समझा जा सकता है. भाजपा ने तंज भी कसा कि बारदाने के लिए हाथ फैलाने वाले नगरनार स्टील प्लांट खरीद रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू हुए 1 महीने बीत चुके हैं, लेकिन खरीदी केंद्रों में परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. धान खरीदी केंद्रों में अब भी सुचारू रूप से व्यवस्था संचालित नहीं हो पा रही हैं. वहीं लगातार बारदाना और परिवहन की कमी से खरीदी प्रभावित हो रही है, जिससे अन्नदाता परेशान नजर आ रहे हैं.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में किसान बारदाने के कमी, धान के जमाव, परिवहन न होने से बेहद परेशान हैं. किसानों के साथ-साथ सरकार के माथे पर भी चिंता की लकीरें खिंच गई हैं. प्रदेश सरकार और भाजपा आमने-सामने हैं दोनों एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में व्यस्त हैं. इधर अन्नदाताओं की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं.

सियासी दंगल में उलझा किसान

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूर्व सीएम रमन सिंह पर बरस पड़े. उन्होंने आरोप लगाया कि रमन सिंह केंद्र और राज्य सरकार के बीच गलतफहमी पैदा कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि जल्द ही केंद्र और राज्य सरकार के बीच की गलतफहमी दूर होगी. बघेल ने कहा कि पढ़े-लिखे रमन सिंह को बोनस और राजीव गांधी न्याय योजना में अंतर समझ नहीं आ रहा है. केंद्र के अधिकारी अगर योजना की जानकारी लेना चाहते हैं, तो यहां आएं. हम उनका स्वागत करेंगे.

धान खरीदी में परेशानी को लेकर सीएम बघेल ने की पीएम मोदी से बात

टीएस सिंहदेव भी केंद्र सरकार के रवैये से दिखे नाराज

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी नाराज दिखे. उन्होंने कहा कि कमी बारदाने की नहीं है बल्कि एफसीआई के धान उठाव नहीं करने से परेशानी हो रही है. सिंहदेव ने कहा कि धान खरीदी में परेशानी केंद्र सरकार के कुप्रबंधन का नतीजा है. उन्होंने कहा कि आधे से ज्यादा की खरीदी हो गई है, लेकिन केंद्र सरकार धान नहीं उठा रही है. केंद्र सरकार ने एफसीआई को धान उठाने का डायरेक्शन नहीं दिया. जिसके कारण धान जाम हो गया है.

धान खरीदी में परेशानी केंद्र सरकार का कुप्रबंधन: सिंहदेव

'बारदाना संकट केंद्र सरकार की विसंगति'

गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू भी आरोप लगा चुके हैं कि धान खरीदी में बारदाना संकट केंद्र सरकार की विसंगति है. गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि धान खरीदी हमारे किए गए वादे के अनुरूप चल रही है. केंद्र सरकार के कारण कुछ विसंगतियां आ रही हैं. धान राज्य सरकार खरीदती है फिर केंद्र लेता है, FCI में जमा होता है, लेकिन आज तक केंद्र सरकार आदेश जारी नहीं किया है. केंद्र का कहना है कि एफसीआई में धान-चावल रखा जाए.

धान खरीदी को लेकर सीएम भूपेश ने पीएम नरेंद्र मोदी को लिखा पत्र

'केंद्र के रवैया से धान खरीदी हो सकती है प्रभावित'

कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे भी कह चुके हैं कि केंद्र ने नहीं दिया साथ तो धान खरीदी प्रभावित हो सकती है. कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा है कि 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की सहमति केंद्र से मिली थी. राज्य में 45 लाख मीट्रिक टन से अधीक खरीदी अब तक की गई है. 90 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है. लेकिन केंद्र से एफसीआई में चावल जमा करने की अनुमति अब तक नहीं मिली है. धान का उठाव प्रभावित हो रहा है. छत्तीसगढ़ के सभी सोसायटियों में धान जाम होने के हालात बन रहे हैं. आने वाले दिनों में धान खरीदी प्रभावित हो सकती है.

रमन सिंह का सीएम बघेल पर आरोप

भाजपा भी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. पूर्व सीएम रमन सिंह ने दो दिन पहले ट्वीट कर राज्य सरकार पर निशाना साधा था कि छत्तीसगढ़ गढ़ने चले थे लेकिन गड़बड़ा दिए. 2 जनवरी को फिर रमन ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा कि छत्तीसगढ़ सरकार के दो सालों के कामकाज को देखकर "बंदर के हाथ उस्तरा लगने वाली कहावत का मतलब भलीभांति समझा जा सकता है. भाजपा ने तंज भी कसा कि बारदाने के लिए हाथ फैलाने वाले नगरनार स्टील प्लांट खरीद रहे हैं.

छत्तीसगढ़ में धान खरीदी शुरू हुए 1 महीने बीत चुके हैं, लेकिन खरीदी केंद्रों में परेशानियां थमने का नाम नहीं ले रही हैं. धान खरीदी केंद्रों में अब भी सुचारू रूप से व्यवस्था संचालित नहीं हो पा रही हैं. वहीं लगातार बारदाना और परिवहन की कमी से खरीदी प्रभावित हो रही है, जिससे अन्नदाता परेशान नजर आ रहे हैं.

Last Updated : Jan 3, 2021, 10:30 AM IST
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