रायपुर: दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ ने मंगलवार को धरना स्थल से रैली निकालकर विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की. तभी पुलिस ने स्मार्ट सिटी ऑफिस के पास इन्हें रोक दिया. वहीं दिवंगत पंचायत शिक्षक संघ ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. प्रदर्शनकारियों ने अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार अंजलि शर्मा को ज्ञापन सौंपा.
दिवंगत पंचायत शिक्षक संघ का कहना है कि कांग्रेस की सरकार बनते ही इनको जल्द अनुकंपा नियुक्ति देने का वादा किया गया था, लेकिन सरकार बनने के ढाई साल बाद भी इनको अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई. जिसको लेकर इन लोगों में नाराजगी और गुस्सा देखने को मिल रहा है. सरकार की वादाखिलाफी से तंग आकर प्रदर्शन करने के साथ ही मंगलवार को विधानसभा का घेराव करने निकले ये सभी निकले थे. लेकिन पुलिस ने इन्हें रास्ते में रोक दिया.
बता दें कि, 21 जुलाई से दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ का प्रदर्शन जारी है. सरकार ने दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के लिए शैक्षणिक योग्यता बीएड, डीएड और टीईटी अनिवार्य किया है. जिसके आधार पर ही उनको अनुकंपा नियुक्ति मिल सकेगी. दिवंगत पंचायत शिक्षक के आश्रित परिवारों के पास दो वक्त की रोजी रोटी के लिए भी पैसे नहीं है. ऐसे में डीएड, बीएड और टीईटी की परीक्षा कहां से देंगे ?
नियुक्तियों को लेकर दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ का धरना, सरकार पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
प्रदेश सरकार ने 1 जुलाई 2018 को शिक्षा कर्मियों का संविलियन किया था. ऐसे परिवार के मुखिया का निधन होने पर उनके आश्रितों को सरकार ने अनुकंपा नियुक्ति दे दी है, लेकिन साल 2006 से 2018 के बीच जितने पंचायत शिक्षकों का निधन हुआ है. उनके आश्रितों को अब तक अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पाई है. जिसके कारण इन आश्रित परिवारों को सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़ रहा है.