रायपुर: केंद्र की मोदी सरकार की ओर से लागू किए गए तीनों कृषि कानून के विरोध को लेकर दिल्ली में किसान आंदोलन चल रहा है. छत्तीसगढ़ में भी किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. इसी कड़ी में किसान आंदोलन के समर्थन में ही धमतरी जिले से सैकड़ों किसान रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर पहुंचे. किसानों ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के बंगले के घेराव करने की कोशिश की. लेकिन उन्हें पुलिस ने बीच रास्ते पर रोक लिया.
छत्तीसगढ़ में किसानों मजदूरों और प्रगतिशील सामाजिक संगठन जैसे 36 संगठनों की ओर से लगातार नए कृषि कानून को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. इसी कड़ी में राष्ट्रीय किसान मोर्चा और राष्ट्रीय मतदाता जागृति मंच ने प्रदेश भाजपा के नेताओं की ओर से किए जा रहे गैर जिम्मेदाराना और अपमानजनक टिप्पणियों के खिलाफ किसानों ने हल्ला बोलने का एलान किया था. किसानों ने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह के घर का घेराव करने के लिए भी अल्टीमेटम दिया था. धमतरी जिले से बड़ी संख्या में किसान रायपुर के धरना स्थल पहुंचे थे.
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किसानों से माफी मांगे
किसानों के प्रतिनिधि शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वह 22 सितंबर से लगातार आंदोलन कर रहे हैं. अपनी बातों को वह सही तरीके से रखना चाहते हैं, लेकिन किसानों को लगातार गुमराह किया जा रहा है. किसानों को कृषि कानून के पक्ष में गुमराह किए जाने के विरोध में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह से मिलकर अपना पक्ष रखने धमतरी जिले से निकलकर किसान रायपुर आए थे. किसानों को उनसे मिलने का मौका नहीं दिया गया. पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक लिया. इस दौरान किसानों में आक्रोश भी दिखा.