रायपुर: अंतागढ़ टेपकांड की जांच धीमी पड़ती जा रही है, क्योंकि अंतागढ़ टेपकांड में किसी ने भी अब तक वॉयस सैंपल नहीं दिया है. मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने इससे संबंधित लोगों को वॉइस सैंपल देने के लिए नोटिस भी दिया गया था. वे लोग एसआईटी के सामने उपस्थित तो हुए, लेकिन सभी ने नियमों का हवाला देते हुए वॉयस सैंपल देने से इनकार कर दिया है.
अब मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इसे लेकर न्यायालय की शरण में जाएंगे और कोर्ट से एक बार फिर से सभी संबंधित लोगों के वॉइस सैंपल लेने की कोशिश करेंगे. मामले की जांच कर रहे एसएसपी आरिफ शेख ने बताया कि एसआईटी की ओर से अंतागढ़ टेपकांड से संबंधित लोगों को नोटिस दिया गया था, लेकिन उनके द्वारा वॉयस सैंपल नहीं दिया गया है. अब उनके वॉइस सैंपल के लिए वे न्यायालय का रास्ता अपनाएंगे.
किसी ने नहीं दिया वॉइस सैंपल
अंतागढ़ टेपकांड में आरोपी पूर्व सीएम रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता ने भी गुरुवार को वॉइस सैंपल देने से इनकार कर दिया था. इसके पहले मंतूराम पवार और अमित जोगी ने भी वाइस सैंपल देने से साफ मना कर दिया था. वहीं अजीत जोगी नोटिस मिलने के बाद भी वॉइस सैंपल देने के लिए एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए. जिसके बाद अब पुलिस इन सभी के वॉइस सैंपल लेने के लिए न्यायालय का रास्ता अपनाने जा रही है. अंतागढ़ टेपकांड में एसआईटी ने पूर्व मंत्री राजेश मूणत, मंतूराम पवार, पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, अमित जोगी और पुनीत गुप्ता को आरोपी बनाया है.