रायपुर: छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले संविदा बिजली कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन आंदोलन 45 दिन से चल रहा है. पुलिस की टीम बूढ़ापारा पहुंची और प्रदर्शनकारियों को समझाया. संविदा बिजली कर्मचारी नहीं माने तो पुलिस ने लाठियां चलाईं. इस लाठीचार्ज में करीब 15 संविदाकर्मी घायल हुए हैं. पुलिस ने 45 संविदा कर्मचारियों को हिरासत में लिया है.
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संविदा कर्मचारी लखन पटेल ने बताया ''शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने रास्ते में रोक दिया. स्मार्ट सिटी ऑफिस के पास रात भर प्रदर्शन हुआ. शनिवार की सुबह पुलिस और एसडीएम की टीम प्रदर्शन स्थल पर पहुंची और उन्हें हटाने के लिए लाठीचार्ज किया. लाठीचार्ज में कई लोग घायल हुए हैं. कई लोगों को पुलिस उठाकर ले गई है. संविदा कर्मचारियों में दहशत है.''
45 दिन से आंदोलन: 10 मार्च से संविदा कर्मचारी अपनी 2 सूत्रीय मांग को लेकर राजधानी के बूढ़ातालाब धरनास्थल पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं. संविदा कर्मचारी अलग-अलग तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं. बावजूद इसके सरकार और पावर कंपनी प्रबंधन ने अब तक संविदा कर्मचारियों की कोई सुध नहीं ली है. संविदाकर्मियों की 2 सूत्रीय मांग है. पहली मांग संविदाकर्मियों को रिक्त पदों पर नियमित करने की है. दूसरी मांग विद्युत दुर्घटनाओं में शहीद संविदा कर्मियों के परिवार को अनुकम्पा नियुक्ति देने की है.
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया हल्का बल का प्रयोग: एडिशनल एसपी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि शुक्रवार को संविदा कर्मचारी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने जा रहे थे, जिसे स्मार्ट सिटी ऑफिस के पास रोक दिया गया था. प्रदर्शनकारी रात भर सड़क पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे थे. आज सुबह पुलिस ने उनको समझाइश देकर वहां से हटाने की कोशिश की गई, लेकिन कुछ प्रदर्शनकारी उग्र हो गए. जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा.
कुछ प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस ने प्रतिबंधात्मक धाराओं के तहत कार्रवाई की है और उन्हें हिरासत में लिया गया है. पुलिस की कार्रवाई से प्रदर्शनकारियों में आक्रोश और नाराजगी देखने को मिली है. पुलिस हिरासत में लिए गए प्रदर्शनकारियों को रायपुर के सेंट्रल जेल में रखा गया, जहां पर कुछ देर के बाद संविदा कर्मचारी भी पहुंचने वाले हैं.