रायपुर: शिक्षाकर्मियों की नीति को लेकर 3 जुलाई से आमरण अनशन पर बैठे आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेडी को पुलिस ने पार्टी कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया है. आप प्रदेश अध्यक्ष 4 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे थे. तभी पुलिस बल AAP के कार्यालय पहुंचकर मेडिकल जांच के बहाने से अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं में आक्रोश है.
आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव उत्तम जायसवाल ने बताया पार्टी प्रदेश अध्यक्ष 3 जुलाई से आमरण अनशन पर बैठे थे. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से जो भी आश्वासन दिया गया है, लिखित रूप से दे दें. लेकिन फिर भी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
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कब होगी शिक्षाकर्मियों की भर्ती
जायसवाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, सीएम भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सीएम भूपेश बघेल लोकतंत्र की बात करते हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र नहीं रहा है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था, 10 दिनों शिक्षकों के अंदर शिक्षाकर्मियों की भर्ती की जाएगी. लेकिन अबतक ऐसा हुआ नहीं.
'हम लड़ाई करते रहेंगे'
उन्होंने कहा कि, जिस तरीके से सरकार ने दमनकारी नीति को अपनाते हुए पुलिस को भेज कर आंदोलन को कुचलेने की कोशिश की है, अब आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लगातार आंदोलन को जारी रखेंगे, फिर से अनशन शुरू किया जाएगा.
सीएम भूपेश बघेल ने शिक्षाकर्मियों के संविलियन पर दिया था आदेश
बता दें कि, साल 2020 की शुरूआत में सीएम भूपेश बघेल ने राज्य में शिक्षाकर्मियों के संविलियन को लेकर शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है. शिक्षा विभाग की ओर से जारी ये आदेश 1 जनवरी 2020 से लागू होगा. शिक्षाकर्मियों के आंदोलन के बाद पिछली सरकार के समय ये फैसला हुआ था. इसी आदेश के तहत हर 6 महीने में 8 साल पूरा करने वाले शिक्षाकर्मियों के सेवा संविलियन का आदेश जारी हो रहा है.