रायपुर: राजधानी के साथ ही छत्तीसगढ़ में 9 जून को मानसून ने दस्तक दिया. लेकिन जून महीने में जिस तरह से बारिश होनी थी उस तरह की बारिश देखने को नहीं मिल रही. जिसके कारण लोग उमस भरी गर्मी से परेशान हैं.(rain in chhattisgarh) यहां तक की घरों के कूलर पंखे भी अब काम नहीं कर रहे हैं. मानसून की बेरुखी को लेकर मौसम विभाग का कहना है कि अभी छोटे-छोटे सिस्टम बन रहे हैं. (increase in humidity)जिसके कारण कुछ जगहों पर ही बारिश हो रही है. हवा में नमी की मात्रा 60% होने के कारण लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ रहा है.
नहीं मिल रही गर्मी से राहत
प्रदेश में 9 जून को मानसून के दस्तक देते ही कुछ जगहों पर हल्की और मध्यम बारिश के साथ ही भारी बारिश भी देखने को मिली है. लेकिन बारिश रुक-रुक कर होने की वजह से उमस भरी गर्मी बढ़ गई है. सप्ताह में 2-3 दिनों के अंतराल में कुछ घंटे के लिए हल्की बारिश होती है. बारिश के बंद होते ही उमस भरी गर्मी का सामना लोगों को करना पड़ता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि जिस तरह से गर्मी पड़ रही है घर में लगे कूलर और पंखों ने भी काम करना बंद कर दिया है.
प्रदेश में लगातार बारिश से गिरा पारा, कोरबा में हुई सबसे अधिक वर्षा
मानसून ब्रेक की स्थिति से मौसम विभाग इंकार
मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक जेआर साहू का कहना है कि मानसून की दस्तक के साथ ही कुछ जगहों पर हल्की और मध्यम बारिश के साथ भारी बारिश भी हुई है. ऐसे में इसे मानसून ब्रेक की स्थिति नहीं कही जा सकती. (monsoon break status ) अभी छोटे-छोटे सिस्टम ज्यादा बन रहे हैं. जिसके कारण कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ जगहों पर भारी बारिश भी देखने को मिल रही है. बड़े सिस्टम बनने के ही साथ पूरे प्रदेश के सभी जिलों में जमकर बारिश भी देखने को मिलेगी. (Weather forecast is issued through satellite )
सैटेलाइट के माध्यम से जारी होता है मौसम का पूर्वानुमान
मौसम की सही और सटीक जानकारी मौसम वैज्ञानिक तभी दे सकता है. जब सैटेलाइट पर मौसम का पूर्वानुमान जारी हो. सैटेलाइट के आधार पर ही मौसम वैज्ञानिक मौसम की जानकारी देते हैं. छत्तीसगढ़ के कौन से जिले और संभाग में कितनी और कैसी बारिश होगी, ऐसी सभी जानकारी सैटेलाइट के आधार पर ही दी जाती है. (lack of rain in Chhattisgarh)
1 जून से 27 जून तक प्रदेश में औसत वर्षा
जिले | औसत बारिश |
कोरबा | 400.8 मिमी |
सरगुजा | 191.1 मिमी |
सूरजपुर | 256.2 मिमी |
बलरामपुर | 234.2 मिमी |
जशपुर | 266.0 मिमी |
कोरिया | 238.4 मिमी |
रायपुर | 248.4 मिमी |
बलौदाबाजार | 299.0 मिमी |
गरियाबंद | 241.0 मिमी |
महासमुंद | 206.7 मिमी |
धमतरी | 255.3 मिमी |
बिलासपुर | 212.9 मिमी |
मुंगेली | 151.3 मिमी |
रायगढ़ | 220.5 मिमी |
जांजगीर चांपा | 224.5 मिमी |
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही | 262.5 मिमी |
दुर्ग | 273.5 मिमी |
कबीरधाम | 184.0 मिमी |
राजनांदगांव | 155.6 मिमी |
बालोद | 236.2 मिमी |
बेमेतरा | 313.5 मिमी |
बस्तर | 150.9 मिमी |
कोंडागांव | 170.7 मिमी |
कांकेर | 207.4 मिमी |
नारायणपुर | 194.3 मिमी |
सुकमा | 280.6 मिमी |
बीजापुर | 230.4 मिमी |
27 जून तक प्रदेश में 229.7 मिमी बारिश
छत्तीसगढ़ में मानसून आने के साथ ही प्रदेश के सभी जिलों में लगभग हर दिन बारिश हो रही है. मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम और भारी बारिश हो सकती है. 1 जून से 27 जून तक प्रदेश में 229.7 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है. बस्तर संभाग में मौसम विभाग का अलर्ट जारी है. जिससे जिले के कई इलाकों में बारिश होगी. मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी छत्तीसगढ़ के ऊपर हवा का एक चक्रवात है. इस सिस्टम के प्रभाव से आज बस्तर संभाग के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है.