रायपुर/दिल्ली: गुरुवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी से दिन भर सियासी पारा चढ़ा रहा. रायपुर से लेकर दिल्ली तक इस मुद्दे पर बवाल कटा. आखिरकार सुप्रीम कोर्ट से पवन खेड़ा को राहत मिली.
"न्याय प्रणाली पर मुझे पूरा भरोसा है": कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि ''हवाई जहाज से उतारकर गैरकानूनी रूप से मुझे गिरफ्तार किया गया. न्याय प्रणाली पर मुझे पूरा भरोसा है. जिसकी वजह से आज मेरी स्वतंत्रता की रक्षा हुई है. इस देश को बचाने का, संवैधानिक मूल्यों को बचाने का हमारा संघर्ष है. हमारे नेता राहुल गांधी जिस निडरता से अपना संघर्ष कर रहे हैं, मैं उनका हाथ मजबूत करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाऊंगा.''
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"बिना नोटिस दिए मेरे अधिकारों की अवहेलना प्रयास": कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने यह भी कहा कि ''बिना नोटिस दिए मेरे अधिकारों की अवहेलना करने का प्रयास किया गया, उस प्रयास को कानूनी रूप से इस देश की महान न्याय प्रणाली ने जवाब दिया. न्याय की जीत हुई है.''
24 फरवरी से कांग्रेस अधिवेशन: पवन खेड़ा कंट्रोवर्सी कांग्रेस अधिवेशन के ठीक एक दिन पहले हुई है. पवन खेड़ा रायपुर आने के लिए ही निकले थे. इसी दौरान दिल्ली एयरपोर्ट पर उनको फ्लाइट से उतार दिया गया. हवाई सफर पर ब्रेक से कांग्रेसी बौखला गए. इस मुद्दे को इतनी हवा दी गई कि दिल्ली से लेकर रायपुर तक सियासत सुलग गई. पवन खेड़ा को हिरासत में लिए जाने का तमाम कांग्रेसी नेताओं ने विरोध किया और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. हालांकि सभी नेताओं ने कहा है कि हम मोदी सरकार के तानाशाही रवैये से डरोंगे नहीं. जयराम रमेश ने तो यहां तक भी कहा कि "कांग्रेस अधिवेशन को डिरेल करने की कोशिश की गई, हम पीछे हटने वाले नहीं हैं."