ETV Bharat / state

छत्तीसगढ़ में पैसेंजर ट्रेनें हुई बंद: दोगुना किराया देकर सफर को मजबूर हुए छत्तीसगढ़िया यात्री

छत्तीसगढ़ में (Passenger trains stopped in Chhattisgarh) दक्षिण पूर्व मध्य रेलेवे में तीसरी और चौथी लाइन का काम होने से कई सारी ट्रेनें कैंसिल हो गई है. जिससे यात्रियों को अधिक खर्च देकर सफर करना पड़ रहा है.

Passenger trains closed
पैसेंजर ट्रेनें बंद होने से लोग परेशान
author img

By

Published : Apr 18, 2022, 6:09 PM IST

Updated : Apr 18, 2022, 8:39 PM IST

रायपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में तीसरी और चौथी लाइन का काम चल रहा है. जिसके कारण बहुत सारी ट्रेनें कैंसिल हो रही है. लगातार कैंसिल हो रहे ट्रेनों से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अक्सर यात्री रायपुर से काम के सिलसिले में सुबह शाम अप-डाउन करते हैं. पैसेंजर ट्रेनें बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. महज रायपुर के यात्रियों को ही नहीं बल्कि प्रदेशभर के यात्रियों को ट्रेनें बंद होने से काफी दिक्कतें हो रही है.

छत्तीसगढ़ में पैसेंजर ट्रेनें हुई बंद

अधिक किराया देने को मजबूर यात्री: मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में पैसेजंर ट्रेन रद्द होने का दबाव नजर आ रहा है. उसमें भीड़ काफी ज्यादा हो रही है. डेली अप डाउन करने वाले यात्रियों को 3 गुना ज्यादा किराया देकर अप डाउन करना पड़ रहा है. समय से स्टेशन न पहुंच पाने की वजह से उनको बस स्टैंड जाकर बस पकड़ना पड़ता है. रायपुर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड की दूरी 10 किलोमीटर है. जहां जाने के लिए भी यात्रियों को किराया चुकाना पड़ रहा है. इसके बावजूद दो-तीन बसें बदलकर उन्हें अपने घर जाना पड़ता है.

कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन रद्द: लगभग 8 पैसेंजर ट्रेन और 6 एक्सप्रेस ट्रेन रद्द होने से रायपुर ही नहीं बल्कि प्रदेशभर के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शादियों का सीजन चल रहा है. ऐसे में प्रदेश में रोजाना काफी सारे यात्री अप डाउन करते हैं. लेकिन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में तीसरी और चौथी लाइन का काम चल रहा है. जिस वजह से काफी सारी ट्रेनें कैंसिल हो रही है. इसको लेकर यात्रियों में भी नाराजगी देखी जा रही है. ईटीवी भारत ने प्रदेश के कुछ यात्रियों से इस मामले में बातचीत की. आइए जानते हैं कि, हर दिन उन्हें कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है?

ऑफिस आने-जाने के लिए करना पड़ा रहा एक्सप्रेस ट्रेन का इंतजार: रायपुर के यात्री चंद्रशेखर ने ईटीवी भारत को बताया कि, महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है. अगर हमें गाड़ी से या बस से आना जाना रहता तो हम ट्रेन से क्यों आते जाते. ट्रेनें रद्द होने से हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रोज सुबह ऑफिस जाने के लिए हमें एक्सप्रेस ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है. अगर ट्रेन समय पर ना हो तो ऑफिस पहुंचने में भी लेट हो जाता है.

पैसेंजर ट्रेन बंद होने से दो-तीन बस बदलना पड़ता है: रायपुर के यात्री मानवेंद्र तिवारी कहते हैं कि, कोरोना के समय सरकार गाइडलाइन का हवाला देते हुए कम ट्रेन संचालित कर रही थी. लेकिन अब तो सब ठीक हो चुका है. राज्य सरकार ने गाइडलाइन में भी छूट दे दी है. बावजूद इसके ट्रेनें क्यों नहीं चल रही है. ट्रेनें नहीं चलने से हमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. रेलवे स्टेशन से बस स्टैंड भी लगभग 10 किलोमीटर दूर है. अगर ट्रेन छूट जाती है तो बस स्टैंड तक हमें ऑटो से जाना पड़ता है. उसके बाद 2 बस चेंज कर हमें घर जाना पड़ता है.

यह भी पढ़ें: अंबिकापुर और जबलपुर के बीच ट्रेन के दोबारा संचालन की मांग , टीएस सिंहदेव ने रेलवे महाप्रबंधक को लिखा पत्र

दोगुना किराया देने को मजबूर यात्री: रायपुर के यात्री डी.के श्रीवास्तव कहते हैं कि, ऐसे बहुत सारे यात्री हैं, जो रोज सुबह काम करने दूसरे जिले से रायपुर आते हैं और शाम को काम करने के बाद रायपुर से अपने घर जाते हैं. सबसे अच्छा साधन हमारे लिए ट्रेन ही रहता है. क्योंकि कम खर्चे पर ट्रेन हमें अपने जिले तक पहुंचा देती है. लेकिन ट्रेनें रद्द होने से अब हमें एक्सप्रेस या दूसरी ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है. वह भी अगर समय से ना मिले तो ऑफिस या घर पहुंचने में लेट हो जाता है.

घर चलाना हो रहा मुश्किल: सिर्फ रायपुर ही नहीं बिलासपुर के यात्री भी इससे काफी परेशान हैं. बिलासपुर के यात्री सुरेश खरे कहते हैं कि पहले हम अप डाउन करने के लिए लोकल ट्रेन का इस्तेमाल करते थे, जिसमें 40 से ₹50 लगते थे. लेकिन अब ट्रेनें बंद हो गई है. अप डाउन करने के लिए अगर हम एक्सप्रेस ट्रेन का टिकट लेते हैं तो 3 गुना ज्यादा हमें पैसा देना पड़ता है. पैसा बचाने के लिए हम बस में यात्रा करना ज्यादा अभी प्रेफर कर रहे हैं. लेकिन बस का किराया भी लोकल ट्रेन के किराए से ज्यादा है. ऐसे में पैसा बच नहीं पाता है.

2 से 3 बसों को करना पड़ता है चेंज: बिलासपुर के यात्री विकल्प तलवार कहते हैं कि लोकल ट्रेन बंद हो जाने से हमें बहुत सारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लगभग 2 गुना 3 गुना रेट पर हमें टिकट खरीदना पड़ता है पर पैसा बचाने के लिए हम बस में सफर करते हैं तो हमें अपने घर या ऑफिस जाने के लिए 2 से 3 बस बदलना पड़ता है, जिससे हमें काफी असुविधा होती है.

तीसरी और चौथी लाइन कार्य की वजह से रद्द हुई ट्रेनें

  • 08738/08737 बिलासपुर - रायगढ़ पैसेंजर स्पेशल
  • 08740/08739 बिलासपुर - शहडोल मेमू
  • 08710 डोंगरगढ़ - रायपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल
  • 08709 रायपुर - डोंगरगढ़ मेमू पैसेंजर स्पेशल
  • 08706 डूंगरगढ़ - बिलासपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल
  • 08705 रायपुर - डोंगरगढ़ मेमू पैसेंजर
  • 08756 नागपुर - रामटेक मेमू पैसेंजर
  • 08755 रामटेक - नागपुर मेमू पैसेंजर
  • 18236 बिलासपुर - भोपाल एक्सप्रेस
  • 18235 भोपाल - बिलासपुर एक्सप्रेस
  • 18247 बिलासपुर - रीवा एक्सप्रेस
  • 18248 रीवा - बिलासपुर एक्सप्रेस
  • 11265 जबलपुर - अंबिकापुर एक्सप्रेस
  • 11266 अंबिकापुर - जबलपुर एक्सप्रेस

रायपुर: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में तीसरी और चौथी लाइन का काम चल रहा है. जिसके कारण बहुत सारी ट्रेनें कैंसिल हो रही है. लगातार कैंसिल हो रहे ट्रेनों से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अक्सर यात्री रायपुर से काम के सिलसिले में सुबह शाम अप-डाउन करते हैं. पैसेंजर ट्रेनें बंद होने से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. महज रायपुर के यात्रियों को ही नहीं बल्कि प्रदेशभर के यात्रियों को ट्रेनें बंद होने से काफी दिक्कतें हो रही है.

छत्तीसगढ़ में पैसेंजर ट्रेनें हुई बंद

अधिक किराया देने को मजबूर यात्री: मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में पैसेजंर ट्रेन रद्द होने का दबाव नजर आ रहा है. उसमें भीड़ काफी ज्यादा हो रही है. डेली अप डाउन करने वाले यात्रियों को 3 गुना ज्यादा किराया देकर अप डाउन करना पड़ रहा है. समय से स्टेशन न पहुंच पाने की वजह से उनको बस स्टैंड जाकर बस पकड़ना पड़ता है. रायपुर रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड की दूरी 10 किलोमीटर है. जहां जाने के लिए भी यात्रियों को किराया चुकाना पड़ रहा है. इसके बावजूद दो-तीन बसें बदलकर उन्हें अपने घर जाना पड़ता है.

कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन रद्द: लगभग 8 पैसेंजर ट्रेन और 6 एक्सप्रेस ट्रेन रद्द होने से रायपुर ही नहीं बल्कि प्रदेशभर के यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शादियों का सीजन चल रहा है. ऐसे में प्रदेश में रोजाना काफी सारे यात्री अप डाउन करते हैं. लेकिन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में तीसरी और चौथी लाइन का काम चल रहा है. जिस वजह से काफी सारी ट्रेनें कैंसिल हो रही है. इसको लेकर यात्रियों में भी नाराजगी देखी जा रही है. ईटीवी भारत ने प्रदेश के कुछ यात्रियों से इस मामले में बातचीत की. आइए जानते हैं कि, हर दिन उन्हें कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है?

ऑफिस आने-जाने के लिए करना पड़ा रहा एक्सप्रेस ट्रेन का इंतजार: रायपुर के यात्री चंद्रशेखर ने ईटीवी भारत को बताया कि, महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है. अगर हमें गाड़ी से या बस से आना जाना रहता तो हम ट्रेन से क्यों आते जाते. ट्रेनें रद्द होने से हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. रोज सुबह ऑफिस जाने के लिए हमें एक्सप्रेस ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है. अगर ट्रेन समय पर ना हो तो ऑफिस पहुंचने में भी लेट हो जाता है.

पैसेंजर ट्रेन बंद होने से दो-तीन बस बदलना पड़ता है: रायपुर के यात्री मानवेंद्र तिवारी कहते हैं कि, कोरोना के समय सरकार गाइडलाइन का हवाला देते हुए कम ट्रेन संचालित कर रही थी. लेकिन अब तो सब ठीक हो चुका है. राज्य सरकार ने गाइडलाइन में भी छूट दे दी है. बावजूद इसके ट्रेनें क्यों नहीं चल रही है. ट्रेनें नहीं चलने से हमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. रेलवे स्टेशन से बस स्टैंड भी लगभग 10 किलोमीटर दूर है. अगर ट्रेन छूट जाती है तो बस स्टैंड तक हमें ऑटो से जाना पड़ता है. उसके बाद 2 बस चेंज कर हमें घर जाना पड़ता है.

यह भी पढ़ें: अंबिकापुर और जबलपुर के बीच ट्रेन के दोबारा संचालन की मांग , टीएस सिंहदेव ने रेलवे महाप्रबंधक को लिखा पत्र

दोगुना किराया देने को मजबूर यात्री: रायपुर के यात्री डी.के श्रीवास्तव कहते हैं कि, ऐसे बहुत सारे यात्री हैं, जो रोज सुबह काम करने दूसरे जिले से रायपुर आते हैं और शाम को काम करने के बाद रायपुर से अपने घर जाते हैं. सबसे अच्छा साधन हमारे लिए ट्रेन ही रहता है. क्योंकि कम खर्चे पर ट्रेन हमें अपने जिले तक पहुंचा देती है. लेकिन ट्रेनें रद्द होने से अब हमें एक्सप्रेस या दूसरी ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है. वह भी अगर समय से ना मिले तो ऑफिस या घर पहुंचने में लेट हो जाता है.

घर चलाना हो रहा मुश्किल: सिर्फ रायपुर ही नहीं बिलासपुर के यात्री भी इससे काफी परेशान हैं. बिलासपुर के यात्री सुरेश खरे कहते हैं कि पहले हम अप डाउन करने के लिए लोकल ट्रेन का इस्तेमाल करते थे, जिसमें 40 से ₹50 लगते थे. लेकिन अब ट्रेनें बंद हो गई है. अप डाउन करने के लिए अगर हम एक्सप्रेस ट्रेन का टिकट लेते हैं तो 3 गुना ज्यादा हमें पैसा देना पड़ता है. पैसा बचाने के लिए हम बस में यात्रा करना ज्यादा अभी प्रेफर कर रहे हैं. लेकिन बस का किराया भी लोकल ट्रेन के किराए से ज्यादा है. ऐसे में पैसा बच नहीं पाता है.

2 से 3 बसों को करना पड़ता है चेंज: बिलासपुर के यात्री विकल्प तलवार कहते हैं कि लोकल ट्रेन बंद हो जाने से हमें बहुत सारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लगभग 2 गुना 3 गुना रेट पर हमें टिकट खरीदना पड़ता है पर पैसा बचाने के लिए हम बस में सफर करते हैं तो हमें अपने घर या ऑफिस जाने के लिए 2 से 3 बस बदलना पड़ता है, जिससे हमें काफी असुविधा होती है.

तीसरी और चौथी लाइन कार्य की वजह से रद्द हुई ट्रेनें

  • 08738/08737 बिलासपुर - रायगढ़ पैसेंजर स्पेशल
  • 08740/08739 बिलासपुर - शहडोल मेमू
  • 08710 डोंगरगढ़ - रायपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल
  • 08709 रायपुर - डोंगरगढ़ मेमू पैसेंजर स्पेशल
  • 08706 डूंगरगढ़ - बिलासपुर मेमू पैसेंजर स्पेशल
  • 08705 रायपुर - डोंगरगढ़ मेमू पैसेंजर
  • 08756 नागपुर - रामटेक मेमू पैसेंजर
  • 08755 रामटेक - नागपुर मेमू पैसेंजर
  • 18236 बिलासपुर - भोपाल एक्सप्रेस
  • 18235 भोपाल - बिलासपुर एक्सप्रेस
  • 18247 बिलासपुर - रीवा एक्सप्रेस
  • 18248 रीवा - बिलासपुर एक्सप्रेस
  • 11265 जबलपुर - अंबिकापुर एक्सप्रेस
  • 11266 अंबिकापुर - जबलपुर एक्सप्रेस
Last Updated : Apr 18, 2022, 8:39 PM IST

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.