रायपुर: छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से सरकार किसानों से धान खरीद रही है. 31 जनवरी तक किसान अपना धान बेच सकेंगे. किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल की मान से धान की खरीदी की जा रही है. अब तक किसानों से 74.28 लाख मीट्रिक धान की खरीदी की गई है. धान के एवज में किसानों को 16,213 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि का भुगतान किया गया है.
छत्तीसगढ़ में मोदी की गारंटी के अनुसार प्रति किसान से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदा जा रहा है. मार्कफेड की प्रबंध संचालक इफ्फत आरा और महाप्रधंक दिलीप जायसवाल ने बताया कि 21 क्विंटल धान बेचने का लाभ 3 दिसंबर से पहले धान बेचने वाले किसानों को भी मिलेगा.
पिछले साल की तुलना किसानों को इस बार ज्यादा लाभ का दावा: अधिकारियों ने दावा किया कि इस साल धान बेचने पर किसानों को पिछले साल की तुलना में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान बेचने पर 25500 रुपये ज्यादा मिलेगा. उन्होंने बताया कि साल 2022-23 में राज्य के किसानों से प्रति एकड़ 15 क्विंटल कॉमन धान की 2040 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य की दर से किए जाने के साथ ही उन्हें प्रति एकड़ 9000 रुपए की इनपुट सब्सिडी दी गई. जिसे मिलाकर 39600 रुपए का भुगतान होता था. लेकिन इस साल 21 क्विंटल धान की खरीदी 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से होने से किसानों को प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान बेचने पर 65100 रुपए मिलेंगे.
छत्तीसगढ़ में धान खरीदी: खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर अब तक 15 लाख 32 हजार 389 किसानों से 74 लाख 28 हजार 060 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है. इसके एवज में किसानों को 16 हजार 213 करोड़ रुपए से ज्यादा राशि का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है. धान खरीदी के साथ साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है. अब तक 63 लाख 09 हजार 848 मीट्रिक टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है. जिसके खिलाफ मिलर्स द्वारा 44 लाख 78 हजार 322 मीट्रिक टन धान का उठाव किया जा चुका है. इस साल राज्य में 130 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी अनुमानित है.