रायपुर: छत्तीसगढ़ में लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या कम रही है. हालांकि दूसरे राज्यों की बात करें तो कुछ राज्यों में तीसरी लहर के मद्देनजर संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ते हुए नजर आ रही है. वहीं स्वास्थ्य विभाग प्रदेश में भी तीसरी लहर को लेकर सतर्क है और अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रहा है. प्रदेश में दूसरी लहर के दौरान कोरोना ने तबाही मचाई थी. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों के जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए कहा था. इसी कड़ी में ईटीवी भारत में आज रायपुर के जिला अस्पताल में बनाया गया ऑक्सीजन प्लांट का जायजा लिया.
प्लांट शुरू करने के लिए 300 केबी पॉवर की जरूरत
रायपुर के जिला अस्पताल में तीसरी लहर के मद्देनजर ऑक्सीजन प्लांट पूरी तरह बनाया जा चुका है. लेकिन ऑक्सीजन प्लांट संचालित करने के लिए 300 केबी की पावर सप्लाई की जरूरत पड़ती है. लेकिन ट्रांसफार्मर से जिला अस्पताल संचालित होने के बाद सिर्फ 100 से 150 केबी पॉवर ही बचती है. इस वजह से जिला अस्पताल में नए ट्रांसफार्मर लगाने के लिए अधिकारियों को लेटर भेजा गया है. जैसे ही नया ट्रांसफॉर्मर लग जाएगा ऑक्सीजन प्लांट संचालित होना शुरू हो जाएगा.
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जल्द शुरू हो जाएगा ऑक्सीजन प्लांट
रायपुर सीएमएचओ डॉक्टर मीरा बघेल ने बताया कि जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट तो लग चुका है. बात ये है कि इलेक्ट्रिसिटी की कैपेसिटी बढ़ाने के लिए ट्रांसफॉर्मर लगाने अप्रूवल चाहिए था. आज ही डीएमएफ से माना हॉस्पिटल, जिला अस्पताल और आयुर्वेदिक कॉलेज ट्रांसफॉर्मर की कैपेसिटी बढ़ाने के लिए लेटर आया था और सभी जगहों की ट्रांसफार्मर में कैपेसिटी बढ़ाने के लिए बोल दिया गया है. बहुत जल्दी काम शुरू हो जाएगा.
सिर्फ पॉवर सप्लाई की जरूरत
जिला अस्पताल के संचालक डॉक्टर पीके गुप्ता ने कहा कि जिला अस्पताल में जो ऑक्सीजन प्लांट है, वह पूरी तरह बन गया है. उसका इंस्टॉलेशन पूरा हो गया है और प्राइमरी टेस्टिंग भी हो गई है. उसमें यह सामने आया कि ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने के लिए ट्रांसफॉर्मर से जो इलेक्ट्रिक सप्लाई आई है. उसमें सिर्फ 100 से 150 केबी का ही लोड बचा है, जो हम देख सकते हैं और प्लांट की आवश्यकता 300 केबी की है इनिशियली जब स्टार्ट करते हैं तो ऑक्सीजन प्लांट संचालित करने के लिए उन्होंने मुझे लेटर लिख कर दिया है कि इसमें और केबी की जरूरत है.
हमने वह पत्र को आगे फॉरवर्ड कर दिया है. पीडब्ल्यूडी, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल डिपार्टमेंट को फिर आगे हम शासन को फॉरवर्ड करेंगे और जब नया ट्रांसफार्मर लगेगा तो फिर सुचारू रूप से ऑक्सीजन प्लांट चालू हो पाएगा और ट्रांसफार्मर लगने के बाद ही फाइनल टेस्टिंग की जाएगी. थर्ड वेव आने से पहले ऑक्सीजन प्लांट जिला अस्पताल में शुरू हो जाएगा.
68 बेड को दिया जा सकेगा 24X7 ऑक्सीजन
ऑक्सीजन प्लांट लग जाने से जिला अस्पताल में 68 बेड को ऑक्सीजन 24X7 मिलेगा. वहीं वेंटिलेटर बेड वाले जो मरीज है उनको भी ऑक्सीजन इससे सप्लाई किया जाएगा. ऑक्सीजन प्लांट लग जाने से 24X7 ऑक्सीजन हम मुहैया कराएंगे. वहीं अगर लाइट भी चली जाती है तो डीजल जनरेटर सेट भी लगाया गया है, जो लाइट गोल होने पर भी ऑक्सीजन प्लांट में इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई करेगी.