रायपुर: बिपरजॉय महातूफान का काउंट डाउन तेज हो चुका है. 15 जून की शाम को बिपरजॉय साइक्लोन गुजरात के कच्छ में जखोपोर्ट के पास टकराएगा. इस तूफान को लेकर देश अलर्ट है. गुजरात के तटीय इलाकों में कोस्ट गार्ड, एनडीआरएफ, नेवी और सेना के जवानों के साथ जिला प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है.
छत्तीसगढ़ में बिपरजॉय का कितना असर: इस तूफान का असर देश के अन्य राज्यों पर भी देखने को मिल रहा है. जो गुजरात और महाराष्ट्र से सटे हुए हैं. ऐसे में मौसम वैज्ञानिक ने छत्तीसगढ़ में इस तूफान के असर को लेकर ईटीवी भारत को जानकारी दी है. मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक अभी फिलहाल इस तूफान का असर छत्तीसगढ़ में देखने को नहीं मिल रहा है. लेकिन रायपुर सहित प्रदेश के एक दो स्थानों पर बुधवार को गरज चमक के साथ हल्की बारिश हुई है. इन इलाकों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है.
मौसम वैज्ञानिक का क्या है मत: छत्तीसगढ़ के मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ हुई बारिश की वजह अरब सागर से आने वाली हवाएं हैं. इन हवाओं के जरिए दक्षिण छत्तीसगढ़ में प्रचुर मात्रा में नमी का आगमन हो रहा है. जिसके कारण मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है.
छत्तीसगढ़ में कैसा रहेगा मौसम: मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि "बिपरजॉय नाम का यह तूफान गुजरात के कच्छ जिले के जखोपोर्ट में 15 जून को टकराने की संभावना है. लेकिन इस तूफान का छत्तीसगढ़ में फिलहाल कोई असर देखने को नहीं मिला है. बुधवार को एक द्रोणिका पूर्वी बिहार से लेकर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक 1.5 किलोमीटर तक स्थित है. इसके साथ ही अरब सागर से दक्षिण छत्तीसगढ़ में काफी मात्रा में नमी का आगमन हो रहा है. जिसके कारण प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की बारिश हुई है. एक-दो स्थानों पर बादल गरजने के साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चलने की खबर है. अगले 5 दिनों तक उत्तर छत्तीसगढ़ में अधिकतम तापमान में कोई विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है. अगले 3 दिनों के दौरान दक्षिण छत्तीसगढ़ में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट हो सकती है."
मौसम वैज्ञानिक की मानें तो बंगाल की खाड़ी से बनी द्रोणिका और अरब सागर से आने वाली नमी ने प्रदेश में एक दो स्थानों पर बारिश कराई है. अभी तक प्रदेश में बिपरजॉय का कोई खास असर नहीं दिखा है. इसके बावजूद कई जगहों पर हवाओं की गति बढ़ गई है. जिससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.