बालोद: तांदुला जलाशय (Tandula Reservoir) इन दिनों पानी की कमी से जूझ रहा है. इस जलाशय में महज 9 प्रतिशत ही पानी बचा है. जिसे पेयजल के लिए सुरक्षित रखा गया है. महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया (Women and Child Development Minister Anila Bhediya) ने भी तांदुला जलाशय को लेकर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि तांदुला जलाशय, बालोद जिले की खुशहाली का प्रतीक है. हम सबको उम्मीद है कि जल्द ही बारिश होगी और तांदुला भरेगा. जिससे किसानों के चेहरे पर खुशहाली आएगी.
तांदुला जलाशय (Tandula Reservoir) के मुख्य गेट में दरार आने के बाद जलाशय के मुख्य गेट का सुधार करना बेहद आवश्यक था. जिसके कारण जलाशय से पानी निकाला गया. जलाशय में अब 9% ही पानी बचा है. जलाशय के गेट की मरम्मत पूरी हो चुकी है. अब केवल बारिश की उम्मीद बची है, ताकि समय रहते जलाशय में पानी भर सके, जिससे पेयजल के साथ साथ सिंचाई के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध हो सके.
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सूखे खेतों में पानी पहुंचाना एक चुनौती
बारिश नहीं होने के चलते किसानों के खेत भी सूख रहे हैं. बिना सिंचाई के फसलें मुरझा रही हैं. खेतों में दरार पड़ने लगी हैं. ऐसे में किसानों के पास भगवान के अलावा कोई उम्मीद नहीं बची है. मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि हम भी भगवान से अच्छी बारिश की उम्मीद कर रहे हैं और बारिश जरूर होगी. आधा जुलाई का महीना निकल चुका है. अब तक बारिश नहीं हुई है, जिससे किसानों का सब्र टूटता जा रहा है.
मंत्री अनिला भेड़िया ने कहा कि तांदुला जलाशय (Tandula Reservoir) लाइफलाइन है. जल्द ही हमें बारिश की उम्मीद है. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि आने वाले दिनों में यदि बारिश नहीं होती है तो सरकार, किसानों के साथ है. किसान खुश होंगे तो जिला, राज्य और देश भी समृद्ध होगा.