रायपुर: नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बुधवार को शपथ लेंगे. उन्हें राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन शपथ दिलाएंगे. शपथ ग्रहण रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा, केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया, छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, सह प्रभारी नितिन नबीन सहित अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता साय के शपथ ग्रहण में मौजूद रहेंगे. साय आदिवासी समाज से आते हैं और वह छत्तीसगढ़ के सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं. उससे पहले सर्व आदिवासी समाज ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाया है. Congress not give importance to tribals
आदिवासी विधायकों को पालतू जानवर की तरह रखती थी कांग्रेस: आदिवासी मुख्यमंत्री की नियुक्ति को लेकर सर्व आदिवासी समाज में भी उत्साह का माहौल है. सर्व आदिवासी समाज के प्रदेश अध्यक्ष बी एस रावटे का कहना है कि छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री की मांग लंबे समय से की जा रही थी. लेकिन उसे ना तो भाजपा सरकार ने, न हीं कांग्रेस सरकार ने पूरा किया. जिस वजह से हमें मजबूरन चुनाव में उतरना पड़ा .कांग्रेस के शासनकाल में हमें लंबा आंदोलन करना पड़ा. हम लोगों ने राज्य उत्सव तक का भी बहिष्कार किया. लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ा यहां तक की 30-30 विधायक कांग्रेस के होने के बावजूद होने ना तो उप मुख्यमंत्री बनाया नहीं कोई बड़ी जवाबदारी दी यही वजह है कि 30 में से 9 विधायक ही जीत कर आए हैं बाकी सभी विधायक चुनाव में हार गए.
"प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई है और भाजपा ने आदिवासी को मुख्यमंत्री बनाया है. जो हमारे लिए काफी खुशी की बात है आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए जाने से कहीं ना कहीं आदिवासी समाज के विकास होगा. आदिवासी सीएम होने से वे आदिवासियों की समस्याएं और परेशानियों को भली-भांति समझ सकेंगे. जिन मांगों को लेकर हम लंबे समय से आंदोलन करते रहे अब वह सभी पूरी हो सकेगी. शिक्षा, स्वास्थ्य, बस्तर में नक्सली गतिविधियां घोटाले उन सब का रिजल्ट अभी तक नहीं आया है. 5 साल कांग्रेस सरकार ने निकाल दिया है. कोई कार्रवाई नहीं हुई . हम चाहते हैं कि इन घोटालों पर सरकार काम करेगी": बी एस रावटे, प्रदेश अध्यक्ष, सर्व आदिवासी समाज, छत्तीसगढ़
आदिवासी सीएम को लेकर बीजेपी का प्लान क्या: राजनीतिक जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है जी जिस तरह से बीजेपी चुनाव के पहले काम कर रही थी तो लगने लगा था. इस बार वह आदिवासियों को साधने में कामयाब रहेगी और अब भाजपा ने मुख्यमंत्री भी आदिवासी समाज से बनाया है. यह कहीं ना कहीं प्रदेश की जनता को एक बड़ा मैसेज देने की कोशिश की गई है. इतना ही नहीं इस सीएम की नियुक्ति का आगामी लोकसभा चुनाव पर भी असर देखने को मिलेगा. इसका कहीं ना कहीं लाभ भाजपा को होगा. इसका असर लोकसभा चुनाव पर दिख सकता है.
झारखंड में भी बीजेपी को मिल सकता है फायदा: राजनीतिक जानकार उचित शर्मा ने कहा कि" सरगुजा के आदिवासी को मुख्यमंत्री बनते हैं. तो उसका फायदा कहीं ना कहीं आने वाले समय में झारखंड विधानसभा चुनाव पर भी मिलेगा. एक रणनीति के तहत भाजपा ने आदिवासी चेहरे को कमान देकर यह बताने की कोशिश किया कि हम आदिवासियों के लिए भी सोचते हैं यह उनका प्रयास है"
भाजपा में चल रहा है जेनरेशन शिफ्टिंग का दौर: उचित शर्मा ने कहा कि एक तरीके से बीजेपी में जेनरेशन शिफ्टिंग का भी दौर चल रहा है. भाजपा यहां अब सेकंड लाइन के नेताओं को तवज्जो देने की कोशिश कर रही है. यदि छत्तीसगढ़ में आगामी कैबिनेट की बात की जाए तो उसमें 6 से 7 में नए चेहरों को मौका मिलने की संभावना है. इसके अलावा डिप्टी सीएम का पद भी दिया जा रहा है. जिससे सभी वर्गों की साधने की कोशिश की गई है. इसमें से एक ओबीसी वर्ग से अरुण शाव और सामान्य से विजय शर्मा शामिल हैं लीडरशिप को बदलने का काम बीजेपी छत्तीसगढ़ में कर रही है.
छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम का फॉर्मूला क्यों आया: छत्तीसगढ़ में डिप्टी सीएम के फॉर्मूले के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. सभी समाज , सभी वर्गों को जिन्होंने बंपर वोटिंग करके इस मकाम तक भाजपा को पहुंचाया है. उनको एक तरीके से पॉलिटिकल तवज्जो देने की कोशिश भाजपा कर रही है. डिप्टी सीएम बनाना कांग्रेस की कॉपी के सवाल पर उचित शर्मा ने कहा कि कॉपी नहीं कह सकते हैं. कांग्रेस को यह काफी पहले कर देना था, जो उन्होंने लास्ट में किया. बीजेपी इस क्षेत्र में नई रणनीति के तहत काम कर रही है.