रायपुर: 28 नवंबर को छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने ट्वीट के माध्यम से प्रदेशवासियों को बधाई दी है.
सीएम बघेल ने छत्तीसगढ़ी में ट्वीट कर शुभकामनाएं दी है. उन्होंने कहा है कि 'जतका मान हमन ला अपन छत्तीसगढ़ महतारी उपर हे ओतके हमर मातृ भासा छत्तीसगढ़ी बर घलो होना चाही'. बघेल ने राजभाषा को अपने आत्म गौरव से जोड़ कर रखने से ही बोली को बढ़ावा मिलने की बात कही है'.
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जतका मान हमन ला अपन छत्तीसगढ़ महतारी उपर हे ओतके हमर मातृ भासा छत्तीसगढ़ी बर घलो होना चाही।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 28, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
छत्तीसगढ़ी भासा ला हमन आत्म गउरव से जोड़के देखबो तभे वो आघू बढ़ही।
आप सब झन ला राजभाषा दिवस के बधाई।
">जतका मान हमन ला अपन छत्तीसगढ़ महतारी उपर हे ओतके हमर मातृ भासा छत्तीसगढ़ी बर घलो होना चाही।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 28, 2019
छत्तीसगढ़ी भासा ला हमन आत्म गउरव से जोड़के देखबो तभे वो आघू बढ़ही।
आप सब झन ला राजभाषा दिवस के बधाई।जतका मान हमन ला अपन छत्तीसगढ़ महतारी उपर हे ओतके हमर मातृ भासा छत्तीसगढ़ी बर घलो होना चाही।
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) November 28, 2019
छत्तीसगढ़ी भासा ला हमन आत्म गउरव से जोड़के देखबो तभे वो आघू बढ़ही।
आप सब झन ला राजभाषा दिवस के बधाई।
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पूर्व सीएम ने दी बधाई
पूर्व सीएम ने भी छत्तीसगढ़ी में ट्वीट कर प्रदेशवासियों को बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि 'छत्तीसगढ़ी एक मीठी बोली है क्योंकि ये दिल से निकलती हैं'. सिंह ने राजभाषा को फैलाने की बात कही है.
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छत्तीसगढ़ महतारी के कोरा में बइठे सब्बो प्रदेशवासी मन ल राजभाषा दिवस के गाड़ा-गाड़ा बधई। अपन बोली अउ भाखा सबले ज्यादा मिठ लागथे, काबर की ये भाखा हमर अंतस ले निकलथे। छत्तीसगढ़ी बोले में कोनो लोक लाज नई हे आओ हमन सब्बो झन जुर मिलके छत्तीसगढ़ी बोलन अउ बगरावन। pic.twitter.com/BlYPYdWxIZ
— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 28, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Dr Raman Singh (@drramansingh) November 28, 2019