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रायपुर: JNU की फीस में हुई बढ़ोतरी के विरोध में KTU में प्रदर्शन

JNU में बढ़ाई गई फीस के विरोध में NSUI के कार्यकर्ताओं ने कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय में विरोध प्रदर्शन किया.

NSUI का प्रदर्शन
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Published : Nov 21, 2019, 2:46 PM IST

Updated : Nov 21, 2019, 3:51 PM IST

रायपुर : राजधानी रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के गेट पर NSUI के कार्यकर्ताओं ने जेएनयू में बढ़ाई गई फीस को लेकर प्रदर्शन किया.

NSUI का प्रदर्शन

प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने बताया की जेएनयू के हॉस्टल में रहने के लिए छात्रों को अब तक जो शुल्क देनी पड़ती थी, उसमें काफी बदलाव किया गया है. आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को विश्वविद्यालय की तरफ से 2000 रुपए की मासिक सहायता दी जाती है, लेकिन इन छात्रों के लिए बढ़ी हुई हॉस्टल फीस दे पाना मुश्किल है.

पढ़ें : रायपुर: स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर 25 रुपए सस्ती हुई 'एंट्री', 50 रु में मिलेगा टिकट

NSUI प्रदेश प्रवक्ता हनी बैगा का कहना है कि NSUI जेएनयू के साथ खड़ा है और अगर जेएनयू की फीस कम नहीं की गई तो आगे भी इसी तरह से NSUI कार्यकर्ता राजधानी में प्रदर्शन करते रहेंगे.

रायपुर : राजधानी रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के गेट पर NSUI के कार्यकर्ताओं ने जेएनयू में बढ़ाई गई फीस को लेकर प्रदर्शन किया.

NSUI का प्रदर्शन

प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं ने बताया की जेएनयू के हॉस्टल में रहने के लिए छात्रों को अब तक जो शुल्क देनी पड़ती थी, उसमें काफी बदलाव किया गया है. आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को विश्वविद्यालय की तरफ से 2000 रुपए की मासिक सहायता दी जाती है, लेकिन इन छात्रों के लिए बढ़ी हुई हॉस्टल फीस दे पाना मुश्किल है.

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NSUI प्रदेश प्रवक्ता हनी बैगा का कहना है कि NSUI जेएनयू के साथ खड़ा है और अगर जेएनयू की फीस कम नहीं की गई तो आगे भी इसी तरह से NSUI कार्यकर्ता राजधानी में प्रदर्शन करते रहेंगे.

Intro:राजधानी रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे विश्व विद्यालय के गेट पर एनएसयूआई द्वारा जेएनयू में बढ़ाए गए फीस को लेकर किया जा रहा है प्रदर्शन।


आइए जानते है क्या है पूरा मामला

जेएनयू के होस्टल में रहने के लिए छात्रों को अब तक जो शुल्क देने पड़ते थे उसमें काफी बदलाव कर दिया गया है. पहले ऐसी कई सुविधाएं थीं जिसके लिए छात्रों को कोई पैसे नहीं चुकाने पड़ते थे. लेकिन संशोधित शुल्क पहले की तुलना में कहीं अधिक हैं. छात्रों के प्रदर्शन के बाद इनमें से कुछ शुल्कों को वापस लिया गया."

Body:आर्थिक रूप से कमज़ोर छात्रों को विश्वविद्यालय की तरफ से 2000 रुपए की मासिक सहायता दी जाती है लेकिन इन छात्रों के लिए बढ़ा हुआ होस्टल फ़ीस चुका पाना इससे भी संभव नहीं हो रहा है।

अगर फ़ीस में वृद्धि की जाती तो इसका मतलब यह होगा कि 40 फ़ीसदी छात्रों को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ सकती है।

जेएनयू की वेबसाइट के मुताबिक यहां हॉस्टल में छात्रों की कुल संख्या 6,349 है. 2017 में यहां 1,556 छात्रों ने एडमिशन लिया था. इनमें 623 छात्रों के परिवार की मासिक आय 12 हज़ार रुपए से कम थी।

जेएनयू मेस के लिए (रिफंडेबल) सिक्योरिटी फ़ीस जो पहले 5,500 रुपए थी उसे बढ़ाकर 12 हज़ार रुपए किया गया था. अब विरोध प्रदर्शन के बाद इसे वापस 5,500 रुपए कर दी गई है।


पहले सैनिटेशन और मेंटेनेंस इत्यादि का फ़ीस नहीं लिया जाता था लेकिन इसे 1700 रुपए प्रति माह कर दिया गया है।

बिजली पानी को लेकर भी कोई शुल्क नहीं लगता था लेकिन अब इसके इस्तेमाल के मुताबिक छात्रों को शुल्क चुकता करने होंगे. हालांकि ग़रीबी रेखा से नीचे के छात्रों के लिए 50 फ़ीसदी रियायत देने की घोषणा की गई है।

छात्रावास में जिस दो तरह के कमरे दिए जाते थे उनकी फ़ीस में भी 30 गुना वृद्धि की गई.
जेएनयू स्टूडेंट्स हॉस्टल के सिंगल रूम के लिए पहले 20 रुपए प्रति छात्र फ़ीस थी, जिसे बढ़ा कर सभी छात्रों के लिए 600 रुपए कर दिया गया है।
संशोधन के बाद ग़रीबी रेखा से नीचे के छात्रों को अब 300 रुपए देने होंगे।

जेएनयू स्टूडेंट्स हॉस्टल में सिंगल रूम के लिए पहले 20 रुपए प्रति माह चुकाने होते थे. इसे बढ़ाकर सभी छात्रों के लिए 600 रुपए प्रति माह कर दिया गया है. बाद में संशोधन कर ग़रीबी रेखा से नीचे के छात्रों के लिए इसे घटाकर 300 रुपए कर दिया गया।

दो लोगों के एक साथ रहने पर कमरे की फ़ीस 10 रुपए थी. बढ़ाए जाने के बाद यह फ़ीस 300 रुपए प्रति माह कर दी गई थी. लेकिन रॉलबैक के बाद अब अब बीपीएल के छात्रों को 150 रुपए चुकता करने होंगे।

इसके अलावा बर्तन, मेस बिल, एस्टैब्लिश्मन्ट चार्ज आदि में कोई बदलाव नहीं किए गए हैं.
वहीं, मेस के लिए वन-टाइम फ़ीस भी दोगुनी कर दी गई थी जिसे वापस 5,500 रुपए कर दिया गया है।

Conclusion:एनएसयूआई प्रदेश प्रवक्ता हनी बैगा का कहना है कि एनएसयूआई जेएनयू के साथ खड़ा है और अगर जेएनयू की फीस कम नहीं की गई तो आगे भी इसी तरह एनएसयूआई पूरे राजधानी के अलग अलग जगहों पर प्रदर्शन करते रहेगी।

बाइट :- हनी बैगा एनएसयूआई प्रदेश प्रवक्ता

अभिषेक कुमार सिंह ईटीवी भारत रायपुर



Last Updated : Nov 21, 2019, 3:51 PM IST
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