रायपुर: शहर में अब सड़कों पर महिला पुलिस (women police) भी गश्त करेगी. लेडी पुलिस अब स्कूटी पर सवार होकर महिलाओं से संबंधित घटनाओं पर तत्काल पहुंच कर कार्रवाई करेगी. संसाधन का अभाव होने से गश्त शुरू करने में पहले असुविधा हो रही थी, लेकिन डीजीपी डीएम अवस्थी (DGP DM Awasthi) ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में दुर्ग और रायपुर रेंज की महिला पुलिस कर्मियों को सीन ऑफ क्राइम पर जाने के लिए स्कूटी की चाबी सौंपी है, ताकि महिला एवं बाल विरुद्ध अपराधों को रोकने और जांच में सहायता मिल सके.
200 महिला पुलिसकर्मियों को सौंपी चाबी
नवा रायपुर स्थित पुलिस मुख्यालय में डीजीपी डीएम अवस्थी ने गुरुवार को 200 महिला पुलिसकर्मियों को स्कूटी की चाबी सौंपी है. ये सभी महिला पुलिसकर्मी रायपुर और दुर्ग रेंज की हैं. वहीं महिला डेस्क के लिए 194 कंप्यूटर सह उपकरण, फर्नीचर, महिलाओं और बच्चों के अपराध से संबंधित 600 पुस्तकें भी खरीदी गई हैं.
300 पुलिस थानों में महिला हेल्पडेस्क की स्थापना
गौरतलब है कि भारत सरकार गृह मंत्रालय द्वारा वित्तीय वर्ष 2020-21 में महिला और बच्चों के विरुद्ध अपराधों की रोकथाम के लिए प्रदेश के 300 पुलिस थानों में महिला हेल्पडेस्क की स्थापना की गई है. साथ ही समस्याओं के निवारण के लिए निर्भया फंड स्कीम के तहत हर थाने में 1 लाख रुपये के मान से भी थानों के लिए 3 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी गई है.
महिला डेस्क के लिए प्रशिक्षित अधिकारी कर्मचारी पदस्थ
पुलिस विभाग की ओर से महिला डेस्क के लिए प्रशिक्षित अधिकारी और कर्मचारियों को पदस्थ किया गया है, ताकि पीड़ित महिलाएं बिना संकोच के अपनी समस्या व शिकायत दर्ज करा सकें. महिला डेस्क द्वारा संबंधित रिपोर्ट तत्काल दर्ज कर उनका फॉलो करते हुए पीड़ित महिला को आवश्यकता अनुसार सहयोग जैसे- मनोचिकित्सक काउंसलिंग, विविध व चिकित्सकीय सुविधा आदि प्रदान किया जा सके. जिससे महिलाओं के विरुद्ध घटित होने वाले अपराधों की रोकथाम में तत्काल सहायता मिले और जनमानस का पुलिस प्रशासन व शासन के प्रति विश्वास बढ़े.
मौके पर ये रहे मौजूद
इस मौके पर पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी, विशेष पुलिस महानिदेशक आरके विज, पुलिस महानिरीक्षक रायपुर डॉ आनंद छाबड़ा, उप पुलिस महानिरीक्षक डॉक्टर संजीव शुक्ला और सहायक पुलिस महानिरीक्षक मनीष शर्मा मौजूद रहे.