रायपुर: छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होना है. जिसमें रायपुर जिले की 7 विधानसभा क्षेत्र शामिल है. रायपुर शहर के उत्तर विधानसभा क्षेत्र में 2 ऐसे प्रत्याशी हैं, जिन्होंने बीजेपी और कांग्रेस का दामन छोड़कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन सोमवार को जमा किया.
बीजेपी से कौन हुआ बागी: भाजपा नेत्री सावित्री जगत ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया. वहीं कांग्रेस के अजीत कुकरेजा ने निर्दलीय नामांकन दाखिल किया. दोनों ही प्रत्याशी भाजपा और कांग्रेस के लिए पिछले कई सालों से काम कर रहे थे. उन्हें उम्मीद थी कि पार्टी उन्हें टिकट देगी. दोनों प्रत्याशियों ने उत्तर विधानसभा में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया.उत्कल गाड़ा महिला महामंच की प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा नेत्री सावित्री जगत ने हजारों समर्थकों के साथ काली मंदिर में पूजा अर्चना कर रैली निकाली. निर्वाचन कार्यालय में उत्तर विधानसभा के लिए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया.
"उत्कल समाज और अन्य समाज की महिलाएं शराबबंदी नहीं होने के कारण पीड़ित प्रताड़ित और आक्रोशित हैं. महिला हूं और चुनौती को मात देने के लिए तैयार हूं."-सावित्री जगत,निर्दलीय प्रत्याशी
कांग्रेस से ये नेता हुए बागी: कांग्रेस पार्षद अजीत कुकरेजा ने पहले भी विधायक प्रत्याशी के रूप में टिकट की मांग की थी और लास्ट टाइम पर उनका नाम काट दिया गया. अजीत कुकरेजा ने सैकड़ो समर्थकों के साथ उत्तर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया.
''अगर विधानसभा चुनाव जीत कर आते हैं तो 19 वार्डों में युवाओं के लिए लाइब्रेरी बनाई जाएगी. दिल पर पत्थर रखकर जन भावना के तहत यह फैसला लिया है.''-अजीत कुकरेजा, निर्दलीय प्रत्याशी
अजीत कुकरेजा के पिता पिछले 40 सालों से कांग्रेस पार्टी के साथ रहे हैं. पिछले 12 सालों से अजीत कुकरेजा कांग्रेस से जुड़कर काम कर रहे हैं. आई.ए.एस. की तैयारी करने दिल्ली गए हुए थे, लेकिन अचानक राजनीति में एंट्री कर गए. पिछले दो विधानसभा चुनाव में टिकट की मांग की गई थी और पिछले बार साल 2018 में टिकट फाइनल होने के बाद अजीत कुकरेजा का नाम काट दिया गया.