रायपुर : कोरोना की चौथी लहर का असर अब प्रदेश में लगभग खत्म हो गया (Chhattisgarh health department) है. प्रदेश में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 700 से भी कम है. हॉस्पिटलों में ज्यादा मरीज नहीं होने की वजह से प्रदेश में ऑक्सीजन की खपत काफी कम हो गया है. कोरोना की पहली लहर के बाद से प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमांड तेजी से बढ़ी. जिसके बाद सरकार ने अधिकतर शासकीय स्कूलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए. वहीं निजी ऑक्सीजन प्लांटों को भी इस सरकार के द्वारा अनुमति दी गई. बाद में छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन का इतना उत्पादन हुआ कि इसकी आपूर्ति पड़ोसी राज्यों को भी छत्तीसगढ़ करने लगा. वर्तमान में छत्तीसगढ़ आगामी समय में किसी भी विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार (no lack of oxygen in Chhattisgarh) है.
छत्तीसगढ़ में नहीं है ऑक्सीजन की कमी, कोरोना से निपटने के लिए सेटअप तैयार - Epidemic Control Head Dr Subhash Mishra
Raipur latest News छ्त्तीसगढ़ में कोरोना की लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी (no lack of oxygen in Chhattisgarh) देखने को मिली थी. उस दौर में कोविड मरीजों को सिलेंडर के लिए जूझना पड़ रहा था. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने हर जिले में ऑक्सीजन प्लांट लगाने का प्रावधान लाया. प्लांट लगने से अब प्रदेश के हर जिले में पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता है. Chhattisgarh health department
रायपुर : कोरोना की चौथी लहर का असर अब प्रदेश में लगभग खत्म हो गया (Chhattisgarh health department) है. प्रदेश में कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 700 से भी कम है. हॉस्पिटलों में ज्यादा मरीज नहीं होने की वजह से प्रदेश में ऑक्सीजन की खपत काफी कम हो गया है. कोरोना की पहली लहर के बाद से प्रदेश में ऑक्सीजन की डिमांड तेजी से बढ़ी. जिसके बाद सरकार ने अधिकतर शासकीय स्कूलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के निर्देश दिए. वहीं निजी ऑक्सीजन प्लांटों को भी इस सरकार के द्वारा अनुमति दी गई. बाद में छत्तीसगढ़ में ऑक्सीजन का इतना उत्पादन हुआ कि इसकी आपूर्ति पड़ोसी राज्यों को भी छत्तीसगढ़ करने लगा. वर्तमान में छत्तीसगढ़ आगामी समय में किसी भी विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार (no lack of oxygen in Chhattisgarh) है.