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मूर्तिकारों पर कोरोना की मार, गणेश चतुर्थी के दो दिन पहले भी सूना रहा बाजार

गुणेश चतुर्थी के पर्व को अब 2 ही दिन बचे हैं, लेकिन कोरोना महामारी के कारण बाजार में ग्राहकों की संख्या बेहद कम है. ऐसे में मूर्तिकारों को रोजी-रोटी की चिंता सता रही है.

corona effect on sculpture
मूर्तिकारों पर कोरोना की मार
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Published : Aug 20, 2020, 7:32 PM IST

Updated : Aug 21, 2020, 12:38 PM IST

रायपुर: 22 अगस्त को गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया जाना है. कोरोना वायरस के कारण गणेश की मूर्तियों की मांग में कमी आई है. त्योहारों के सीजन में जहां मूर्तिकारों की अच्छी खासी कमाई हो जाती थी, इस साल मूर्तिकार को कोई ऑर्डर भी नहीं मिला है. ऐसे में उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है.

मूर्तिकारों पर कोरोना की मार

महामारी से बचने के लिए लोगों को भीड़ इकट्ठा करने से रोका जा रहा है. लिहाजा प्रशासन ने गणेश मूर्ति स्थापना और पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. इस गाइडलाइन के मुताबिक इस साल बड़ी मूर्तियों की स्थापना पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ ही बड़े पंडाल लगाने पर भी रोक लगा दिया गया है. इसका सीधा असर उन मूर्तिकारों की आजीविका पर पड़ा है जो मूर्ति बनाकर अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं.

दुकान में रखी गणेश की प्रतिमा
दुकान में रखी गणेश की प्रतिमा


दुकान में नहीं हैं ग्राहक
राजधानी रायपुर में छोटी-बड़े मिलाकर लगभग 300 दुकानदार हैं, जो रायपुर के माना और आसपास के इलाकों से गणेश मूर्ति लाकर बाजारों में बेचते हैं. हर साल की तरह इस साल भी भगवान गणेश की सुंदर-सुंदर मूर्तियों से दुकान सजकर तैयार हैं, लेकिन इन मूर्तियों को खरीदने के लिए दुकान में ग्राहक नहीं हैं.

गणेश की प्रतिमा से सजा बाजार
गणेश की प्रतिमा से सजा बाजार

पढ़ें: मुश्किल में मूर्तिकार: नहीं बिक रही गणेश की प्रतिमा, दाने-दाने को मोहताज परिवार


कर्ज में दबे मूर्तिकार

मूर्तिकार का कहना है कि इस साल बाजार में पिछले सालों के मुकाबले बहुत कम ग्राहक हैं. कोरोना के डर से लोग घर से बाहर नहीं निकलना चाह रहे हैं, जिसका सीधा असर खरीददारी पर पड़ रहा है. मूर्तिकार का कहना है कि सरकार ने छोटी गणेश प्रतिमा बनाने के निर्देश देने में भी देरी कर दी है. जनवरी से मूर्तियों को बनाने का काम शुरू कर दिया गया था. उनका कहना है कि बड़ी मूर्तियों को बनाने के लिए उन्होंने कर्ज लेकर काम शुरू किया था, लेकिन जिस तरह से मार्केट में ग्राहक दिख रहे हैं, उससे तो छोटी मूर्तियों का खर्चा निकलना भी मुश्किल है.

गणेश की प्रतिमा से सजा बाजार
गणेश की प्रतिमा से सजा बाजार

100- 200 मूर्ति बेचना भी मुश्किल
मूर्तिकार बताते हैं कि सामान्य दिनों में गणेश मूर्ति बेचने का काम करने वाले एक दुकानदार लगभग 500 से 1000 गणेश प्रतिमा सीजन भर में बेच लेता था, लेकिन इस बार 100-200 मूर्ति बेचना भी मुश्किल हो गया है. दुकान में 1500 रुपये से लेकर 8 हजार तक की मूर्तियां बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन मूर्तियां बेचें भी तो किसे.

पढ़ें: SPECIAL: कला छोड़ मजदूरी के लिए मजबूर हुए मूर्तिकार, दाने-दाने को मोहताज हुआ परिवार

गणेश की प्रतिमा
गणेश की प्रतिमा

दुकानदारों को सता रहा डर

गणेश प्रतिमा का बाजार सामान्य दिनों में 15 दिन पहले से सज जाता था और ग्राहकों की भीड़ भी हुआ करती थी, लेकिन इस बार कोरोनावायरस की वजह से इन दुकानों से भीड़ गायब दिखाई दे रही है. गिनती के ग्राहक ही इन दुकानों में गणेश की मूर्ति खरीदने आ रहे हैं. गणेश मूर्ति बेचने वाले दुकानदार कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार बाजार में मूर्ति भी कम लेकर आए हैं. दुकानदारों को डर है कि जो मूर्ति लेकर आए हैं, वह मूर्तियां भी बिक पाएंगी या नहीं.

रायपुर: 22 अगस्त को गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाया जाना है. कोरोना वायरस के कारण गणेश की मूर्तियों की मांग में कमी आई है. त्योहारों के सीजन में जहां मूर्तिकारों की अच्छी खासी कमाई हो जाती थी, इस साल मूर्तिकार को कोई ऑर्डर भी नहीं मिला है. ऐसे में उनके सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है.

मूर्तिकारों पर कोरोना की मार

महामारी से बचने के लिए लोगों को भीड़ इकट्ठा करने से रोका जा रहा है. लिहाजा प्रशासन ने गणेश मूर्ति स्थापना और पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी किया है. इस गाइडलाइन के मुताबिक इस साल बड़ी मूर्तियों की स्थापना पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके साथ ही बड़े पंडाल लगाने पर भी रोक लगा दिया गया है. इसका सीधा असर उन मूर्तिकारों की आजीविका पर पड़ा है जो मूर्ति बनाकर अपने और अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं.

दुकान में रखी गणेश की प्रतिमा
दुकान में रखी गणेश की प्रतिमा


दुकान में नहीं हैं ग्राहक
राजधानी रायपुर में छोटी-बड़े मिलाकर लगभग 300 दुकानदार हैं, जो रायपुर के माना और आसपास के इलाकों से गणेश मूर्ति लाकर बाजारों में बेचते हैं. हर साल की तरह इस साल भी भगवान गणेश की सुंदर-सुंदर मूर्तियों से दुकान सजकर तैयार हैं, लेकिन इन मूर्तियों को खरीदने के लिए दुकान में ग्राहक नहीं हैं.

गणेश की प्रतिमा से सजा बाजार
गणेश की प्रतिमा से सजा बाजार

पढ़ें: मुश्किल में मूर्तिकार: नहीं बिक रही गणेश की प्रतिमा, दाने-दाने को मोहताज परिवार


कर्ज में दबे मूर्तिकार

मूर्तिकार का कहना है कि इस साल बाजार में पिछले सालों के मुकाबले बहुत कम ग्राहक हैं. कोरोना के डर से लोग घर से बाहर नहीं निकलना चाह रहे हैं, जिसका सीधा असर खरीददारी पर पड़ रहा है. मूर्तिकार का कहना है कि सरकार ने छोटी गणेश प्रतिमा बनाने के निर्देश देने में भी देरी कर दी है. जनवरी से मूर्तियों को बनाने का काम शुरू कर दिया गया था. उनका कहना है कि बड़ी मूर्तियों को बनाने के लिए उन्होंने कर्ज लेकर काम शुरू किया था, लेकिन जिस तरह से मार्केट में ग्राहक दिख रहे हैं, उससे तो छोटी मूर्तियों का खर्चा निकलना भी मुश्किल है.

गणेश की प्रतिमा से सजा बाजार
गणेश की प्रतिमा से सजा बाजार

100- 200 मूर्ति बेचना भी मुश्किल
मूर्तिकार बताते हैं कि सामान्य दिनों में गणेश मूर्ति बेचने का काम करने वाले एक दुकानदार लगभग 500 से 1000 गणेश प्रतिमा सीजन भर में बेच लेता था, लेकिन इस बार 100-200 मूर्ति बेचना भी मुश्किल हो गया है. दुकान में 1500 रुपये से लेकर 8 हजार तक की मूर्तियां बाजार में उपलब्ध हैं, लेकिन मूर्तियां बेचें भी तो किसे.

पढ़ें: SPECIAL: कला छोड़ मजदूरी के लिए मजबूर हुए मूर्तिकार, दाने-दाने को मोहताज हुआ परिवार

गणेश की प्रतिमा
गणेश की प्रतिमा

दुकानदारों को सता रहा डर

गणेश प्रतिमा का बाजार सामान्य दिनों में 15 दिन पहले से सज जाता था और ग्राहकों की भीड़ भी हुआ करती थी, लेकिन इस बार कोरोनावायरस की वजह से इन दुकानों से भीड़ गायब दिखाई दे रही है. गिनती के ग्राहक ही इन दुकानों में गणेश की मूर्ति खरीदने आ रहे हैं. गणेश मूर्ति बेचने वाले दुकानदार कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार बाजार में मूर्ति भी कम लेकर आए हैं. दुकानदारों को डर है कि जो मूर्ति लेकर आए हैं, वह मूर्तियां भी बिक पाएंगी या नहीं.

Last Updated : Aug 21, 2020, 12:38 PM IST
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