रायपुर: छत्तीसगढ़ विद्युत नियामक आयोग (Chhattisgarh Electricity Regulatory Commission) के नवनियुक्त अध्यक्ष हेमंत वर्मा को पद-गोपनीयता और संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ ली है. उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel) ने रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शपथ दिलाई. सीएम बघेल ने उन्हें शुभकामनाएं दी है. हेमंत वर्मा छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग के पांचवें अध्यक्ष बन गए हैं.
हेमंत वर्मा छत्तीसगढ़ के निवासी हैं. उनकी संपूर्ण शिक्षा भिलाई और रायपुर में हुई है. वर्मा ने एनआईटी रायपुर से 1985 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है.दिल्ली आईआईटी से एनर्जी स्ट्डीस में स्नातकोत्तर डिग्री और फाइनेंस में एमबीए किया है. लगभग 30 सालों से पावर सेक्टर में काम कर रहे हैं. उन्हें शासकीय क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी कार्य करने का व्यापक अनुभव है.
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छत्तीसगढ़ में पावर सेक्टर को बढ़ाने का लक्ष्य
छत्तीसगढ़ में पावर सेक्टर के विकास की दिशा के निर्धारण के लिए उनके आगामी 5 साल का अध्यक्ष कार्यकाल महत्वपूर्ण होगा. छत्तीसगढ़ में कोयले पर आधारित विद्युत उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने की ओर ध्यान दिया जा रहा है. राज्य सरकार विद्युत उत्पादन के साथ जनता को 24 घंटे गुणवत्तापूर्ण बिजली किफायती दरों पर उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है.
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पावर सेक्टर को होगा लाभ
हेमंत वर्मा के पावर सेक्टर के अनुभव का लाभ छत्तीसगढ़ को मिलेगा. राज्य की नई औद्योगिक नीति के अंतर्गत तेजी से विकसित हो रहे उद्योगों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा में बनाये रखने के लिए उनका अनुभव राज्य के हित में महत्वपूर्ण होगा. इसके अलावा छत्तीसगढ़ अन्य कई राज्यों को भी बिजली उपलब्ध कराता है. इस ओर भी राज्य को लाभ मिलेगा.