रायपुर: राष्ट्र को बलात्कार मुक्त बनाने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी संगठन की ओर से राष्ट्रव्यापी जन अभियान चलाया जा रहा है. इसमें बढ़ते यौन हिंसा और बलात्कार जैसे अपराध को रोकने के लिए नई पहल की गई है.
'सामाजिक जिम्मेदारी का अभाव'
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के निदेशक ओम प्रकाश पाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देशभर में बलात्कार और बच्चों के साथ यौन हिंसा की घटना जिस रफ्तार से बढ़ रही है, यह राष्ट्रीय चिंता का विषय है. हमारे बच्चे और महिलाएं भय के वातावरण में जीने को मजबूर हैं, इन घटनाओं को काबू न कर पाने का सबसे बड़ा कारण राजनीतिक इच्छाशक्ति, जवाबदेही और सामाजिक जिम्मेदारी का अभाव है.
कहीं नुक्कड़ नाटक, तो कहीं जनसंवाद
वहीं दूसरी ओर सामाजिक जागरूकता को भी बढ़ाने के लिए सहयोगी संगठन स्कूल, कॉलेजों के साथ मिलकर नुक्कड़ नाटक, मीटिंग, जनसंवाद आदि कार्यक्रम कर रहे हैं. लोगों में इसके प्रति जागरूकता बढ़ेगी. इन नुक्कड़ नाटकों में बड़ी संख्या में युवाओं, महिलाओं अधिवक्ताओं, राजनेताओं और नागरिक संगठनों के लोग शामिल हुए.
5 वर्षों में 4746 अपराध हुए दर्ज
छत्तीसगढ़ में इस अभियान की संयोजक इंदू साहू ने बताया कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार पिछले 5 वर्षों में छत्तीसगढ़ में बच्चों के खिलाफ हुए अपराधों में 152% की बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2016 में आईपीसी और पॉक्सो के तहत कुल 4746 मामले दर्ज किए गए, जिसमें 33% मामले यौन हिंसा से संबंधित हैं, जो की चिंता का विषय है. उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ में कई प्रत्याशियों ने शपथ पत्र पर हस्ताक्षर कर अपना समर्थन दिया है.