रायपुर: शारदीय नवरात्र 15 अक्टूबर से शुरू होकर 23 अक्टूबर तक चलेगा. पूरे 9 दिनों तक मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा अर्चना की जाएगी. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस साल शारदीय नवरात्र काफी खास है. इस बार कई तरह के राजयोग बन रहे हैं. 30 सालों के बाद शनि अपनी स्वराशि कुंभ राशि में विराजमान रहेंगे. इसके साथ ही बुद्ध और सूर्य, कन्या राशि में होने से बुधादित्य योग बन रहा है. शनि अपनी राशि में होने से शश राजयोग का निर्माण हो रहा है. ऐसे में शारदीय नवरात्र 3 राशि वालों के लिए खास रहने वाला है. ज्योतिष और वास्तुविद पंडित प्रिया शरण त्रिपाठी से जानते हैं 3 राशि वालों के साथ विभिन्न राशियों पर नवरात्र का कैसा प्रभाव रहेगा और क्या उपाय करने होंगे.
इन 3 राशियों को राजयोग और धन लाभ:
वृषभ राशि: वृषभ राशि वाले जातकों के बुधादित्य योग भद्र राजयोग बनने से इस राशि के लोगों को विशेष लाभ मिलेगा. मां दुर्गा की असीम कृपा मिलेगी. लंबे समय से रुके हुए काम एक बार फिर से शुरू हो सकते हैं. परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा. किसी धार्मिक यात्रा में जा सकते हैं. इस राशि वाले जातक को उनके काम और मेहनत को देखते हुए कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. बिजनेस करने वालों को भी बड़ा मुनाफा हो सकता है.
मकर राशि: मकर राशि वाले जातकों के लिए भी राजयोग मालामाल कर सकते हैं. मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होगी. शारदीय नवरात्र के दौरान गाड़ी या संपत्ति खरीदने का सपना भी पूरा हो सकता है. प्रमोशन के चांसेस भी हैं. व्यापार में कई गुना अधिक लाभ मिलने के आसार है. इसके साथ ही रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है. आर्थिक स्थिति मजबूत होने के साथ ही धन- धान्य बढ़ोतरी की संभावना है.
तुला राशि: तुला राशि वाले जातकों के लिए शारदीय नवरात्र काफी अच्छा होने वाला है. भद्र बुधादित्य के साथ शश और राजयोग बनने से इस राशि वाले जातकों के ऊपर मां दुर्गा की विशेष कृपा होगी. संतान की ओर से कोई खुशखबरी मिल सकती है. परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा. लंबे समय से रुका हुआ पैसा वापस मिल सकता है. कानूनी मामलों में भी सफलता हासिल हो सकती है. इसके साथ ही समाज में मान सम्मान बढ़ेगा. परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा. वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहेगी.
शारदीय नवरात्र का राशियों पर असर:
मेष राशि: मेष राशि वाले जातकों को मां दुर्गा इस वर्ष मकान जमीन या वाहन देगी. परिवार में खुशियां रहेगी. मेष राशि वाले जातकों को प्रतिदिन सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का 9 पाठ करना चाहिए.
मिथुन राशि: मिथुन राशि का स्वामी बुध है. इस वर्ष जमीन या मकान लेंगे. वाहन का सुख मिलेगा. दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.
कर्क राशि: कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है. कर्क राशि वाले जातकों को माता की उपासना के साथ-साथ शिव की भी उपासना करें. इस वर्ष खूब धन कमाएंगे. परिवार में कोई मांगलिक कार्य संपन्न होगा.
सिंह राशि: सिंह राशि का स्वामी सूर्य है. इस वर्ष संतान को सफलता मिलेगी. धन की प्राप्ति होगी. सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का नौ बार पाठ करें. श्री रामचरितमानस का पूरा पाठ 9 दिन में संपूर्ण करें.
कन्या राशि: कन्या राशि का स्वामी बुध है. कन्या राशि वाले जातकों को विदेश यात्रा के साथ-साथ धन का आगमन होगा. दुर्गा सप्तशती का प्रतिदिन पाठ करें. अरण्यकांड भी पढ़ें.
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है. वृश्चिक राशि वाले जातकों को वाहन और भूमि से लाभ होगा. नवरात्रि के नौ दिनों में रामचरितमानस का पाठ को पूरा करें. दुर्गा सप्तशती का पाठ करें.
धनु राशि: धनु राशि का स्वामी गुरु है. धनु राशि वाले जातकों को दुर्गा सप्तशती का संपूर्ण पाठ करना होगा. धन प्राप्ति के साथ-साथ कोई बड़ा पुरस्कार मिलने की संभावना है. मकान और वाहन का सुख मिलेगा. शेयर से भी लाभ मिलेगा.
कुंभ राशि: कुंभ राशि का स्वामी शनि है. कुंभ राशि वाले जातक को इस वर्ष संतान की सफलता मिल सकती है. धन की प्राप्ति होगी. माता के 100 नाम का प्रतिदिन नौ बार पाठ करें. ब्रह्म मुहूर्त में रामरक्षा स्त्रोत का पाठ करें.
मीन राशि: मीन राशि का स्वामी गुरु है. मीन राशि वाले जातकों को पूरे नवरात्रि के नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती का संपूर्ण पाठ करना होगा. माता की कृपा सुख समृद्धि प्रदान करेगी. वाहन खरीद सकते हैं.