रायपुर : केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए राजधानी में आयकरकर्मियों ने अपनी 8 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया. आयकर कर्मचारी महासंघ मुख्यालय नई दिल्ली के आह्वान पर ये प्रदर्शन किया गया. इस प्रदर्शन में अराजपत्रित आयकर कर्मचारी शामिल हुए.
आयकर विभाग की सर्वोच्च संस्था केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड पर वादाखिलाफी और कर्मचारी विरोधी नीतियां लाने का आरोप लगाते हुए ये धरना प्रदर्शन 21 जनवरी 2020 से शुरू हुआ था, जो चरणबद्ध तरीके से चल रहा है. इसमें समस्त प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त, प्रधान आयकर आयुक्तों ने कार्यालयों के समक्ष आधे दिन तक धरना प्रदर्शन किया.
आयकर कर्मचारियों की 8 सूत्रीय मांगें
- कैडर पुनर्गठन का प्रस्ताव तत्काल डीओपीटी के समक्ष प्रस्तुत किया जाए.
- एनआर परमार एवं अन्य न्यायालयीन निर्णयों के अनुरूप वरिष्ठता के पुन: निर्धारण और आयकर अधिकारी एवं निचले पदों पर पदोन्नति हेतु आवश्यक स्पष्टीकरण तत्काल जारी किया जाए.
- बड़ी संख्या में खाली पड़े पदों पर भर्ती हेतु वेतन श्रेणी 5 में एक नवीन कैडर का सृजन करते हुए भर्ती नियमों को अंतिम रूप प्रदान किया जाए.
- पश्चिम बंगाल एवं सिक्किम प्रभार से बाहर किए जाने वाले चिन्हित पदों पर पात्र उम्मीदवारों को पदोन्नति प्रदान की जाए.
- आयकर कर्मचारी महासंघ से आवश्यक एवं व्यापक चर्चा के बाद अंतर प्रभार स्थानांतरण नीति की समीक्षा की जाए.
- 1 जनवरी 2006 को आयकर निरीक्षक प्रशासनिक अधिकारी और निज सचिव के वेतनमान को 6 हजार 500 से बढ़ाकर 7 हजार 450 रुपए किए जाने के प्रधान केंद्रीय अपीलीय अधिकरण के आदेश को लागू किया जाए.
- आयकर निरीक्षकों को लैपटॉप एवं पत्र वाहकों को वर्दी भत्ता प्रदान किया जाए.
- ओवरटाइम अलाउंस दिए जाने वाले पदों की पहचान की जाए.