रायपुर: दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ Late Panchayat Teachers Compassionate Association अपनी 1 सूत्रीय मांग अनुकंपा नियुक्ति को लेकर पिछले 72 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल करने के साथ ही आमरण अनशन पर भी बैठे हुए हैं. गुरुवार को दिवंगत पंचायत शिक्षक की विधवा काले वस्त्र पहन कर विरोध प्रदर्शन किया और पुरुषों ने अपना मुंडन करवाया. इसके पहले भी अनुकंपा संघ के द्वारा दंडवत सड़क परलेट कर गणेश जी का दर्शन, जल समाधि, कफन ओढ़कर प्रदर्शन, हाथों में खप्पर लेकर चंडी काली और दुर्गा बनकर प्रदर्शन कर चुकी हैं. बावजूद इसके शासन प्रशासन के द्वारा इन्हें सिर्फ और सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. जिसको लेकर अनुकंपा संघ में जमकर आक्रोश देखने को मिला.
गुरुवार को अनुकंपा संघ के इस मुंडन कार्यक्रम में मुंडन होने वाले युवा प्रमोद चौबे का कहना है कि "इनके परिजन का निधन हो जाने के बाद आज मुंडन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिस तरह से किसी की मौत होती है उसके बाद दसवे दिन दशगात्र कार्यक्रम के दौरान मुंडन संस्कार का कार्यक्रम किया जाता है. ठीक उसी तरह आज अपने खोए हुए परिजन की याद में मुंडन कराया गया. बावजूद इसके सरकार अनुकंपा संघ की 1 सूत्रीय मांगो अनदेखा कर रही है."
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दिवंगत पंचायत शिक्षक अनुकंपा संघ की प्रदेश अध्यक्ष माधुरी मृगे ने कहा कि "प्रदर्शन का आज 72 वां दिन है छत्तीसगढ़ सरकार के लिए यह बड़े शर्म की बात है कि लोगों को घर बैठे अनुकंपा नियुक्ति मिलती है, लेकिन हम लोगों को सड़क पर बैठकर अनुकंपा नियुक्ति के लिए दर दर की ठोकर खाते हुए सड़क पर लड़ाई लड़नी पड़ रही है. आज के इस प्रदर्शन के बाद सरकार इनकी मांगों पर अमल नहीं करती है, तो आने वाले दिनों में विधवा महिलाएं भी मुंडन कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. उन्होंने सरकार को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि आपके छत्तीसगढ़ की बहू बेटी सड़क पर बैठकर मुंडन करवाएंगी. इस दौरान उन्होंने महाभारत की द्रोपदी का भी उदाहरण दिया और कहा कि इसी की वजह से महाभारत छिड़ गया था."