रायपुर: राजधानी में गुरूवार को कई रसूखदारों के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की थी. अब इस पर सियासत शुरू हो गई है. मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि प्रदेश में जो भी कार्रवाई की जाए, उसकी जानकारी राज्य सरकार को दी जानी चाहिए. बता दें कि प्रदेश भर में एक दर्जन से ज्यादा रसूखदार लोगों के यहां आयकर विभाग की टीम ने दबिश दी है. इस कार्रवाई के बाद कारोबारियों में हड़कंप मच गया है.
बता दें की दिन में छापेमारी की कार्रवाई शूरू हुई थी. लेकिन अब तक कई ठिकानों में कार्रवाई जारी है. इस बीच पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल छापेमारी को सामान्य प्रक्रिया बताया. तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि 'इस कार्रवाई में ज्यादातर लोग वो हैं जो पूर्व सरकार में मलाईदार पदों पर बैठे थे'. उन्होंने कहा कि 'ये आयकर विभाग का मामला है, मैं और अधिक कुछ नहीं कहूंगा. ये एक सतत प्रक्रिया है लेकिन जो भी कार्रवाई की जाए राज्य सरकार को जानकारी दी जानी चाहिए'.
महापौर भी लपेटे में
राजधानी के महापौर एजाज ढेबर के यहां भी आयकर विभाग ने दस्तक दी है. इसके साथ ही एजाज के भाई के घर पर भी छापा मारा गया है. पुलिस एजाज ढेबर के घर में घुस कर दस्तावेजों की छान-बीन कर रही है. इसके साथ ही आयकर विभाग की टीम ने पप्पू भाटिया, अनिल टुटेजा और कमलेश जैन के ठिकानों पर भी छापा मारा है.
छापेमारी में बरती गई गोपनियता
इनकम टैक्स विभाग की सेंट्रल टीम के 200 से अधिक अफसरों ने एक के बाद एक प्रदेश के कई चर्चित रसुखदारों के ठिकानों पर छापामारी की. 100 से अधिक ठिकानों में दबिश देने बड़ी संख्या में आयकर के अधिकारी पहुंचे थे. CRPF और CAF के जवान भी कार्रवाई में शामिल हैं. इस कार्रवाई के लिए केंद्र से छत्तीसगढ़ पहुंची आयकर की टीम ने काफी गोपनीयता बरती थी. बता दें कि इसकी भनक न तो छत्तीसगढ़ आयकर विभाग को लगी और ना ही पुलिस को न ही प्रदेश सरकार को .