रायपुर: धरसींवा में उद्योग नगर कहे जाने वाले सिलतरा के एसकेएस उद्योग प्रबंधन ने बुधवार को सीएसआईडीसी भवन में विस्तार के लिए जनसुनवाई का आयोजन किया. जिसमें आसपास के जनप्रतिनिधियों के साथ धरसींवा विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा शामिल हुईं. जनसुनवाई के लिए एसडीएम और तहसीलदार के साथ भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था. जनसुनवाई के दौरान विधायक अनीता शर्मा, जिला पंचायत सदस्य राकेश यादव, उद्योग और सहकारिता सभापति गुणदेव मौरिषा, सरपंच संघ के सचिव हेमंत वर्मा ने उद्योग प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. कई ग्रामीणों ने भी प्रबंधन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की है.
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नहीं थी जनसुनवाई की जानकारी
औद्योगिक क्षेत्र सिलतरा के फेस-2 में एसकेएस इस्पात एंड पॉवर लिमिटेड में पर्यावरण जनसुनवाई का आयोजन किया गया था. जिसकी खबर स्थानीय जनप्रतिनिधियों को भी नहीं थी. बता दें कि मीडिया को भी दूसरों के माध्यम से पता चला कि बुधवार को जनसुनवाई हो रही है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि ना गांव में मुनादी कराई गई, न किसी को सूचना दी गई. प्रबंधन अपना यूनिट बढ़ाने के लिए गुप्त रूप से यह आयोजन कर रहा था.
विधायक अनीता शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में लाइट की और लोगों की रोजगार की समस्या को हल नहीं किया जा रहा है. स्थानीय लोग अपनी जमीन तो दे देते हैं, लेकिन उन्हें रोजगार और सुविधाएं नहीं मिलती हैं. उनका कहना है कि क्षेत्रीय ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान होना चाहिए.
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किसान भी नाराज
कई किसानों का कहना है कि उनके खेत पर काली डस्ट डाली गई है. जिस पर आज तक पर्यावरण विभाग ने ध्यान नहीं दिया. किसानों की कई एकड़ फसल धूल डस्ट से बर्बाद हो गए हैं. उस पर भी ध्यान नहीं दिया गया. ऐसे में स्थानीय लोग भड़के हुए हैं. गांव के विकास की बात कही जाती है, लेकिन एक भी कार्य पूर्ण नहीं होता, ऐसा ग्रामीणों का आरोप है.