रायपुर: नगरीय प्रशासन और श्रम मंत्री शिवकुमार डहरिया ने आरंग के ग्राम चंदखुरी में प्रभु श्री राम की जननी माता कौशल्या मंदिर में माथा टेका और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की. उन्होंने इस दौरान चंदखुरी में स्थित बजरंग बली मंदिर में श्री राम भक्त हनुमान की भी आराधना की. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में माता कौशल्या की जन्म स्थली चंदखुरी में भव्य मंदिर का निर्माण होगा.
उन्होंने बताया कि भगवान राम वनवास काल के दौरान छत्तीसगढ़ के जिन-जिन स्थलों से पद यात्रा किए गए हैं, उन यादों को सहेजने के लिए स्थानों को चिन्हांकित कर राम-वन-गमन-पथ के रूप में विकसित किया जाएगा.
मंत्री डहरिया ने कहा कि राज्य सरकार मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र के पद चिन्हों पर चलकर ही जनहित में कार्य कर रही है. भगवान राम ने वनवास काल का बहुत समय छत्तीसगढ़ में बीता है. उन पदचिन्हों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना है. प्रथम चरण में 9 स्थलों का चयन किया गया है. इन स्थलों में सीतामढ़ी-हरचौका (कोरिया), रामगढ़ (अम्बिकापुर), शिवरीनारायण (जांजगीर-चांपा), तुरतुरिया (बलौदाबाजार), चंदखुरी (रायपुर), राजिम (गरियाबंद), सिहावा-सप्तऋषि आश्रम (धमतरी), जगदलपुर (बस्तर), रामाराम (सुकमा) शामिल है.
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इसके साथ ही भगवान श्रीराम के भ्रमण किए गए 51 अन्य स्थलों को चिन्हांकित कर राम वन गमन पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जाएगा. प्रस्तावित 9 स्थलों को लेते हुए पर्यटन विभाग ने एक कॉन्सेप्ट प्लान तैयार किया गया है, जिसकी लागत 137.45 करोड़ रुपये है.
दुनिया में एकमात्र मंदिर
मंत्री डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ भगवान श्रीराम का ननिहाल है. यहां कण-कण में भगवान राम बसे हुए हैं. चंदखुरी में स्थित माता कौशल्या का मंदिर दुनिया में एकमात्र मंदिर है. इस मंदिर का भव्य निर्माण हो जाने से निश्चित ही राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ की पहचान बनेगी.