रायपुर : झीरम नक्सली हमले में कवासी लखमा का नार्को टेस्ट की मांग कर रहे दिवंगत नेता छविंद्र कर्मा के बयान पर जवाब दिया है. शिव डहरिया ने नारको टेस्ट पर रजामंदी देते हुए बीजेपी नेताओं और तत्कालीन पुलिस अफसर के नारको टेस्ट करवाने की बात कही है.
रमन सिंह और मुकेश गुप्ता का हो नारको टेस्ट : आपको बता दें कि बस्तर टाइगर कहे जाने वाले महेंद्र कर्मा के बेटे छविंद्र कर्मा ने झीरम मामले में बचकर आए लोगों के नारको टेस्ट की मांग की है. इसे लेकर जब नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि ''हम नारको टेस्ट के लिए तैयार हैं. जब बुलाया जाएगा तो हमारे मंत्री कवासी लखमा नारको टेस्ट के लिए जाएंगे. लेकिन डॉ रमन सिंह और मुकेश गुप्ता का भी नारकोटेस्ट होना चाहिए.''
यह भी पढ़ें:
कवासी लखमा के साथ ही रमन सिंह का भी हो नार्को टेस्ट: भूपेश बघेल
Jhiram Attack Anniversary: शहीदों को याद कर कांग्रेस ने निकाली मशाल रैली
Kaam Ki Khabar: दुर्ग से रायपुर जाने वाले सड़क यात्री ध्यान दें !
नारको टेस्ट की क्यों उठी मांग : आपको बता दें कि झीरम नक्सली हमले को 25 मई को 10 साल पूरे हो चुके हैं. लेकिन इस मामले की अब तक पूरी नहीं हो सकी है. ना ही इस मामले में कोई बड़ी गिरफ्तारी हुई है. यही वजह है कि लगातार कांग्रेस इस मामले को उठाती रही है. वहीं बीजेपी भी कांग्रेस पर सबूत होने के बावजूद अब तक कोई कार्यवाई ना करने के आरोप लगा रही है. इस बीच नक्सली हमले में पीड़ित परिजनों के न्याय की आस अब धूमिल होती जा रही है. यही वजह है कि पीड़ित परिवार अब इस मामले की जांच के लिए झीरम नक्सली हमले से बचकर आए लोगों के नारको टेस्ट की मांग कर रही है. जिसका कांग्रेस सरकार ने भी समर्थन किया है.