रायपुर : बीते दिनों कोर्ट में मंतूराम पवार के दिए गए बयान पर नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने समर्थन किया है. मंत्री ने कहा है कि, 'मंतूराम पवार ने कोर्ट के सामने हलफनामा बयान दिया है.
इसमें पिछली सरकार के जिन लोगों के नाम आए हैं, उनके लिए हम पहले ही आशंका जता रहे थे.'
- मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि, 'यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह और उनके दामाद, दूसरे पूर्व मुख्यमंत्री और उनके बेटे का नाम ये सभी लोग अंतागढ़ टेपकांड में शामिल थे. इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.'
- पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बयान का पलटवार करते हुए डहरिया ने कहा कि, 'मंतूराम पवार ने कोर्ट में हलफनामा में बयान दिया है. इससे पहले क्या हम लोगों से पूछकर उनका नामांकन वापस कराया था क्या?'
- मंत्री शिव डहरिया ने कहा, 'जब भी कानून अपना काम करता है, तो रमन सिंह को बदलापुर नजर आने लगता है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जमीन जब समय निकलने के बाद भी नपवाई गई थी, तो क्या वो बदलापुर की राजनीति नहीं थी.'
ये है मंतूराम पवार का बयान
अंतागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे मंतूराम पवार ने बीते शनिवार को कोर्ट को दिए बयान में कहा, 'उपचुनाव में मुझ पर दबाव बनाकर ऐन वक्त पर नाम वापसी कराया गया था.
तत्कालीन सीएम डॉ. रमन सिंह, पूर्व सीएम अजीत जोगी, तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत, तत्कालीन विधायक अमित जोगी सहित फिरोज सिद्दकी और अमीन मेनन के बीच नाम वापसी के लिए साढ़े सात करोड़ रुपए में डील की गई थी.'