रायपुर: छत्तीसगढ की कांग्रेस सरकार ने आज एक बड़ा फैसला लिया है. मंत्री और विधायक निगम मंडल के अध्यक्ष नहीं बनाए जाएंगे. आम कार्यकर्ताओं को मौका दिया जाएगा.
नगरी निकाय चुनाव के पहले निगम मंडल की नियुक्ति की जा सकती है. इसके पहले इस बात का अंदाजा लगायाजा रहा था कि जिन विधायकों को मंत्री पद नहीं मिले हैं उन्हें निगम मंडलों का अध्यक्ष बनाया जा सकता है. इससे कांग्रेस असंतुष्ट विधायकों को खुश कर सकती है, लेकिन अब ये साफ हो गया है कि विधायकों को निगम मंडल की बागडोर नहीं सौंपी जाएगी.
लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद आया ये फैसला कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है.