रायपुर: खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धान के उठाव में और तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. छत्तीसगढ़ सरकार अतिरिक्त बचने वाले धान को ई-नीलामी के माध्यम से बेच रही है. तीन से पांच मार्च तक हुई पहले चरण की बोली में 1461 रुपये प्रति क्विंटल का अधिकतम भाव मिला है. नीलामी में प्राप्त दरों के आधार पर बालोद, दुर्ग, बलौदाबाजार और मुंगेली जिले के मोटा और सरना के पांच लाट, लगभग 58 हजार 304 क्विंटल धान विक्रय के लिए स्वीकृत किए गए हैं.
राज्य के 2,213 मिलर धान का उठाव उपार्जन केंद्रों से कर रहे हैं. कस्टम मिलिंग भी निरंतर जारी है. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने धान के उठाव में और तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. मंत्री अमरजीत भगत ने गुरुवार को खाद्य विभाग की अहम बैठक ली है. बैठक में सभी जिले के खाद्य अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा की गई है.
सीएम भूपेश बघेल 12 मार्च को जाएंगे असम, 10 दिनों तक करेंगे चुनाव प्रचार
प्लान-बी पर काम करने के निर्देश
बैठक में उठाव और कस्टम मिलिंग की समीक्षा भी की गई है. बैठक के बाद मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि शेष धान की उपयोगिता पर विचार करते हुए ई-नीलामी की स्थिति की समीक्षा की जा रही है. बैठक में खाद्य अधिकारियों को फाइनल रिपोर्ट देने का आदेश जारी करने के साथ ही कस्टम मिलिंग की स्थिति की भी समीक्षा की गई है. इस बैठक के बारे में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि अब प्लान-बी पर काम करने के लिए दिशा-निर्देश दिया गया है. क्योंकि केंद्र सरकार ने निर्धारित कोटे से ज्यादा चावल खरीदने से मना कर दिया है.
चावल पर चर्चा: छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमाई
धान की बंपर खरीदी
प्रदेश में बंपर धान खरीदी हुई है. किसानों से 92 लाख मीट्रिक टन राज्य सरकार ने धान खरीदा है. जिसमें से 24 लाख मीट्रिक टन चावल नागरिक आपूर्ति को दिया जाएगा. एफसीआई 24 लाख मीट्रिक टन चावल खरीद रही है. इस तरह से 48 लाख मैट्रिक टन चावल लगभग 72 लाख मैट्रिक टन धान से निकाला जाएगा.