रायपुर: रायपुर नगर निगम कार्यालय में गुरुवार को मेयर इन काउंसिल की बैठक संपन्न हुई. बैठक के बाद महापौर एजाज ढेबर ने प्रेस वार्ता में नगर निगम अधिकारियों द्वारा विज्ञापन एजेंसी के साथ मिलीभगत कर निगम को 27 करोड़ की चपत लगाने का सनसनीखेज आरोप लगाया. मामले की शिकायत मुख्यमंत्री से कर एजेंसी का टेंडर रद्द करने और जांच के बाद दोषी अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाने की बात ढेबर ने कही.
ऐसे हुआ घपला: महापौर ने बताया कि पूरा मामला 27 करोड़ रुपए से ज्यादा का है. शहर में विज्ञापन एजेंसियों द्वारा लगाई गई होर्डिंग में अनियमितताएं सामने आई है. नगर निगम के अधिकारियों ने टेंडर उठाकर किसी को भी दे दिया है. टेंडर के वाद 3 साल बाद जो संपत्ति नगर निगम की होनी थी वह अब तक नगर निगम की नहीं हो पाई है.
लोकेशन एक लेकिन रेट अलग अलग: महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि नगर निगम के अधिकारियों ने एक एडवरटाइजिंग एजेंसी को फायदा पहुंचाने के बड़ा कारनामा किया है. जयस्तंभ चौक में 3 कंपनियों के होर्डिंग लगे हैं. जहां 2 कंपनियों से नगर निगम 900 रुपए प्रति स्क्वायर फीट चार्ज करता है तो वही एक एडवरटाइजिंग कंपनी से 400 रुपए प्रति स्क्वायर फीट चार्ज किया जा रहा है, जबकि लोकेशन एक ही है. इसके साथ विज्ञापन एजेंसी को 15 ×9 साइज का होडिंग लगाने की अनुमति थी लेकिन उसे बिना इजाजत 18 ×18 साइज का होर्डिंग कर दिया गया. शहर में सार्वजनिक टॉयलेट बनने थे और उस पर एडवरटाइजिंग एजेंसी को होर्डिंग लगाना था लेकिन शहर में 18 स्थानों पर ही टॉयलेट बने जबकि 56 होर्डिंग लगा दिए गए. इस मामले में बड़ी अनियमितता पाई गई है.
बारीकी से जांच के बाद हुआ खुलासा: महापौर ने बताया "होर्डिंग के नाम पर विज्ञापन एजेंसी और अधिकारियों की मिलीभगत पर मैं 20 दिन से स्टडी कर रहा था. इस मामले में बड़ी बारीकी के साथ कागजों में घालमेल किया गया है. अगर कोई आम नागरिक हो तो उस चीज को पकड़ भी नहीं पाएंगे. इस पूरे मामले की जांच के 4 लोगों की टीम लगी थी. 2 व्यक्ति बाहर से बुलाए गए और इस पूरे मामले का निरीक्षण किया गया, तब यह घपला सामने आया है."
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राजस्व का हो रहा नुकसान: जिस विज्ञापन एजेंसी को होर्डिंग का टेंडर दिया गया है, उस कंपनी ने अपने इनकम टैक्स और जीएसटी में 34 लाख रुपए का लॉस बताया है. 10 बार उस विज्ञापन एजेंसी के चैक बाउंस हुए. उसके बाद ही उस एजेंसी को टेंडर दिया गया. विज्ञापन एजेंसी और अधिकारियों की मिलीभगत से रायपुर नगर निगम को 27 करोड़ के राजस्व का नुकसान हुआ है. ढेबर ने कहा " इसकी भरपाई के लिए हम जरूरी कार्रवाई करेंगे और इसमें संलिप्त लोगों पर FIR भी करवाएंगे."
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महापौर ने बनाई जांच समिति: रायपुर नगर निगम को 27 करोड़ की चपत के खुलासे के बाद महापौर एजाज ढेबर ने शहर के विज्ञापन एजेंसियों द्वारा लगाए गए होर्डिंग की जांच के लिए 7 सदस्य जांच समिति बनाई है. इनमें दो अधिकारियों को रखा गया है. महापौर खुद इस जांच समिति में शामिल है..
शहर में लगे होर्डिंग की होगी जांच: शहर में लगे होर्डिंग साइज में अनियमितता आने के बाद मेयर ने शहर के सभी हार्डिंग की नाप और जांच करने का आदेश दिया है. सभी टेंडर ऑनलाइन करने की बात भी ढेबर ने कही.