रायपुर: कोरोना संकट के मद्देनजर किए गए लॉकडाउन की वजह से पूरे देश के मजदूर परेशान हैं. रोजी-रोटी छीन जाने के बाद मजदूरों अपने राज्यों में गृहग्राम का रुख कर रहे हैं. जब से लॉकडाउन किया गया है तब से लेकर आज तक लाखों की संख्या में मजदूर एक जगह से दूसरी जगह पलायन करने को मजबूर हैं. इस बीच सोमवार को राजधानी रायपुर में सैकड़ों की संख्या में मजदूर पहुंचे.
सैकड़ों की संख्या में कुछ मजदूर गाड़ियों में भरकर पहुंचे तो कुछ पैदल ही आए. रायपुर के चंदनडिह गांव में राजस्व विभाग के कर्मचारी दूसरे राज्यों से आए छतीसगढ़ के मजदूरो की संख्या और गांव का नाम लिख कर आगे भेज रहे हैं. वहीं टाटीबंध में उन मजदूरों को खाना खिलाकर उनके गांव के लिए रवाना किया गया.
आने-जाने का साधन नहीं होने से परेशानी
वहीं मजदूरों के आने-जाने का सिलसिला लगातार जारी है. 24 घंटे मजदूर अलग-अलग जगहों से पहुंच रहे हैं. लॉकडाउन में साधन न मिलने की स्थिती में जो साधन मिल पा रहा है मजदूर उसी से निकल रहे हैं. इतने लंबे सफर में न खाने का इंतजाम है और न ही उनके कहीं रुकने का ठिकाना है फिर भी लोग चले जा रहे हैं. ताकि जल्द से जल्द घर पहुंच सकें.
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प्रदेश में सिर्फ 6 एक्टिव केस
छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना के 59 मरीज सामने आ चुके हैं, जिसमें से 53 लोगों को ठीक किया जा चुका है. वहीं अब प्रदेश में सिर्फ 6 एक्टिव केस बचे हुए हैं. जिनका इलाज रायपुर के AIIMS में जारी है. सभी जिलों में लगातार कोरोना रैपिड टेस्टिंग किट से लोगों की जांच की जा रही है. फिलहाल राज्य सरकार ने वायरस के संक्रमण से बचने के लिए महीने के हर शनिवार और रविवार को प्रदेश में टोटल लॉकडाउन करने का फैसला लिया है.