रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में उपभोक्ताओं को हाफ बिजली बिल योजना का लाभ नहीं मिल पाया (Half Electricity Bill Scheme in Raipur )है. रायपुर जिले में 3 लाख 19 हजार 939 घरेलू उपभोक्ता हैं. इसमें से करीब 35 हजार उपभोक्ता इस योजना से बाहर हो गए हैं. इन उपभोक्ताओं को योजना का फायदा नहीं मिलने का मुख्य कारण समय से बिजली का बिल भुगतान न करना और अधिक बिजली का इस्तेमाल करना है. इस पूरे मामले की पड़ताल ETV भारत ने की तो पता चला कि बहुतों को इस योजना के बारे में सटिक जानकारी ही नहीं है.
करीब 35 हजार उपभोक्ता योजना से बाहर: रायपुर में लगभग 3 लाख 19 हजार 939 घरेलू उपभोक्ता हैं. इनमें से रायपुर वृत्त-1 में 2 लाख 23 हजार 628 और रायपुर वृत्त-2 में 96 हजार 311 उपभोक्ता हैं. इनमें से रायपुर वृत्त-1 में 28 हजार 752 और रायपुर वृत्त-2 में 6 हजार 311 उपभोक्ता हाफ बिजली बिल योजना से वंचित हैं. सबसे खास बात तो ये है कि बहुत से उपभोक्ताओं को इस योजना के बारे में जानकारी ही नहीं है, जिसके कारण लोग समय पर बिल का भुगतान नहीं कर पाए. यही कारण है कि ये लोग योजना से बाहर हो गए.
इस विषय में रायपुर वृत्त-1 के सर्किल इंचार्ज मनोज वर्मा कहते हैं कि "सभी घरेलू उपभोक्ताओं को हाफ बिजली योजना का लाभ देने का प्रावधान है. हमारी तरफ से यह सब को मिल रहा है. कुछ उपभोक्ता समय पर बिल जमा नहीं करते और किलो वाट की क्षमता से ज्यादा यूनिट का इस्तेमाल करके रिडिंग बढ़ा लेते हैं और छूट के दायरे से बाहर हो जाते हैं. यही वजह है कि कुछ उपभोक्ता इस योजना से बाहर हैं."
केस - 1 : विभागीय अधिकारियों की मानें तो बहुतों को इस योजना के बारे में जानकारी भी नहीं है. बहुत से लोग बिजली बिल का भुगतान लेट से करते हैं. हाल ही में दिनेश साहू नाम का उपभोक्ता जोन कार्यालय पहुंचा था. वह बिजली बिल अधिक आने की बात कहकर बहस करने लगा. उसके बाद उसे योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. उन्हें बताया गया कि समय पर बिजली बिल का भुगतान करने पर इस योजना का लाभ मिलेगा.
केस - 2: संजय नगर निवासी प्रदीप साहू का 2 माह का बिजली बिल 3536 रुपये आया. बिल ज्यादा आने पर बिजली कंपनी के अधिकारियों से चर्चा की तो पता चला कि बीते महीनों की तरह इस बार हाफ बिजली बिल योजना का फायदा नहीं मिला है. विभागीय अधिकारियों की मानें तो जिस माह समय पर बिल जमा हुआ उसके अगले माह के बिल में यूनिट नहीं बढ़ने से राहत मिली. फरवरी मार्च माह का यूनिट जुड़कर ज्यादा हो गया, तो प्रदीप को हाफ बिजली बिल योजना का फायदा नहीं हुआ.
केस - 3: मठपुरैना निवासी प्रकाश सोनकर का मार्च माह का बिल 2000 रुपये आया था. बिजली बिल ज्यादा आने पर उन्होंने जोन कार्यालय में बात की तो पता चला कि किलो वाट की क्षमता के अनुसार उनके घर में ज्यादा बिजली खपत हो रही है. प्रकाश ने अधिकारियों को से कहा कि उन्होंने जब मीटर लगवाया तब घर में एसी चिमनी नहीं लगा हुआ था. बीते 5 वर्षों में सदस्यों की संख्या बढ़ने के साथ उपकरणों की संख्या बढ़ी गई है. जिस पर जोन के अधिकारियों ने किलोवाट बढ़ाने की सलाह दी है . अधिकारियों की सलाह पर किलो वाट को बढ़वाया गया है.
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योजना की विशेषता:
- इस योजना के शुरू होने से जिन घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली बिल अधिक आता था. उन्हें छुटकारा मिल गया है. अब उन्हें इसके लिए ज्यादा पैसे नहीं देने होते हैं.
- इस योजना में 50 फीसद बिजली की छूट उन लोगों को दी गई है जो 400 यूनिट बिजली की खपत करते हैं.
- यदि कोई व्यक्ति 401 से 1000 यूनिट तक की बिजली खपत करता है तो उसे भी छत्तीसगढ़ बिजली बिल हाफ योजना के तहत कुछ छूट दी गई है, जो कि 25 फीसद है.
- इस योजना में बकाया बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वालों को योजना का लाभ नहीं देने का निर्णय सरकार ने समय पर बिजली बिल का भुगतान करने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए किया है.
- इस योजना का लाभ लेने के बाद यदि उपभोक्ता नियमित रूप से बिजली का भुगतान नहीं करता है तो फिर उसे आगे इस योजना का लाभ मिलना बंद हो जाएगा.
- इस योजना से घरेलू उपभोक्ता जिनकी आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है उन्हें विशेष रूप से राहत दी गई है.
इस तरह लें योजना का लाभ:
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को छत्तीसगढ़ का निवासी होना चाहिए.
- योजना का लाभ लेने के लिए आवश्यक पात्रता निर्धारित नहीं की गई है. जिसमें बचे हुए बिजली को नहीं भरने वालों को इस योजना के तहत कोई भी छूट प्रदान नहीं की जाएगी.
- जैसे ही बकया बिजली बिल चुका दिया जाता है, उसके अगले महीने से ही उन्हें इस योजना का लाभ मिलना प्रारंभ हो जाएगा.