रायपुर: देश में लगातार बढ़ रहे कुपोषण के आंकड़ों को कम करने के लिए अब राज्य सरकार नई पहल करने जा रही है. अंडा के बाद अब बच्चों को महुए का लड्डू खिलाया जाएगा. बस्तर क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को लड्डू बनाने का काम दिया जाएगा. इसके लिए कलेक्टर के माध्यम से डीएमएफ का प्रयोग किया जाएगा.
महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने बताया कि लगातार कुपोषण के जो आंकड़े बन रहे हैं, उस पर काबू पाने के लिए राज्य सरकार अब बच्चों को महुए का लड्डू देने की योजना बना रही है. उन्होंने कहा कि बस्तर में महुआ ज्यादा पाया जाता है, इसलिए हमारी कोशिश रहेगी कि सभी बच्चों को महुआ का लड्डू दिया जाए. इसके साथ ही पल्ली गुड़ चिक्की की भी व्यवस्था की जाएगी. इससे जहां एक ओर बच्चे कुपोषित होने से बचेंगे, वहीं दूसरी ओर महिलाओं को भी रोजगार मिलेगा.
अंडा बांटने को लेकर हुआ था विरोध
इससे पहले राज्य सरकार ने बच्चों को अंडा देने का फैसला लिया था, जिसका कबीरपंथी समाज के लोगों ने विरोध किया था. कबीरपंथी समाज के लोगों का कहना था कि यह उनके धर्म के खिलाफ है, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला लिया था कि जिन बच्चों को अंडा नहीं खाना है, वह फल या उसके अलावा शाकाहारी चीजें खा सकते हैं.