रायपुर: महादेव सट्टा एप के फाउंडर और संस्थापक रवि उप्पल से जुड़ी बड़ी खबर है. दुबई से रवि उप्पल को भारत लाया जाएगा. इसके लिए रायपुर स्पेशल कोर्ट से अनुमति मिल गई है. ईडी ने रायपुर की स्पेशल कोर्ट में रवि उप्पल के खिलाफ याचिका लगाई थी. जिसमें रवि उप्पल को दुबई से भारत लाने की मांग की गई थी.इस आवेदन को कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है और रवि उप्पल को दुबई से भारत लाने की कवायद अब शुरू हो सकती है. इस मामले में भारत की तरफ से दुबई को आग्रह पत्र भी जारी कर दिया गया है.
ईडी को इस तरह मिली सफलता: महादेव एप के प्रमुख प्रमोटर में से एक रवि उप्पल को भारत लाने की कवायद में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को बडी कानूनी सफलता मिली है. ईडी की विशेष अदालत ने दुबई स्थित सक्षम न्यायालय को प्रत्यर्पण के तहत भारत लाने के लिए आग्रह पत्र जारी कर दिया है. इस मामले को लेकर ईडी ने इंटरपोल के द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था ,जिसके बाद रवि उप्पल दुबई में हिरासत में है. नियमानुसार आगामी 60 दिनों के भीतर भारतीय दूतावास को दुबई हाई कोर्ट को संतुष्ट करते हुए प्रत्यर्पण की कार्रवाई पूरी करनी होगी. रवि उप्पल लगभग 30 दिनों से दुबई जेल में है.
रवि उप्पल के प्रत्यर्पण को लेकर होगी बात: कोर्ट के आदेश के बाद ईडी की तरफ से विदेश मंत्रालय को गुजारिश की जाएगी. जिसके बाद महादेव एप के संस्थापक रवि उप्पल के प्रत्यर्पण को लेकर प्रक्रिया शुरू होगी. कोर्ट का यह पत्र यूएई के दूतावास को भेजा जाएगा. जिसके बाद यूएई से सहमति मिलने पर रवि उप्पल को लेकर आगे की कार्रवाई शुरू होगी. जानकारी के मुताबिक इस समूची कानूनी कार्रवाई में ईडी दस्तावेज विदेश मंत्रालय को सौंपेगा, जिसके बाद विदेश मंत्रालय इसे दुबई स्थित भारतीय उच्चायोग को सौंपेगा. फिर भारतीय उच्चायोग उसे दुबई की सक्षम अदालत में पेश करेगा.इसके बाद प्रत्यर्पण के लिए विधिक सहमति दुबई की अदालत देगी.
ईडी के वकील ने क्या कहा: इस पूरे मामले पर ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने कहा है कि" महादेव बेटिंग एप में ईडी को कोर्ट से सफलता मिली है. महादेव एप के संस्थापक रवि उप्पल को दुबई से भारत लाया जाएगा. इसके लिए यूएई यानी की संयुक्त अरब अमीरात सरकार को भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से दस्तावेज भेजे जाएंगे. उसके बाद मोस्ट वांटेड रवि उप्पल को भारत लाया जाएगा."
मनी लॉन्ड्रिंग के तहत हो रही महादेव सट्टा एप की जांच: महादेव सट्टा एप स्कैम की जांच मनी लॉन्ड्रिंग के तहत हो रही है. ईडी ने अक्टूबर 2023 में रवि उप्पल और उसके साथी सौरभ चंद्राकर के खिलाफ आरोप पत्र पेश किया था. इस केस में ईडी ने लगातार कार्रवाई करते हुए 400 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को जब्त भी किया है. इसके बाद ईडी के अनुरोध पर केंद्र सरकार ने महादेव एप समेत करीब 22 एप को ब्लॉक कर दिया था.
महादेव एप स्कैम में अब तक कई बड़े खुलासे हो चुके हैं. इस केस में पूर्व सीएम भूपेश बघेल को भी पैसे मिलने का दावा ईडी ने किया था. ईडी ने कैश कुरियर का काम करने वाले शख्स को गिरफ्तार करने के बाद इस मामले में भूपेश बघेल को लेकर खुलासा किया था. इस केस में भूपेश बघेल के मीडिया सलाहकार विनोद वर्मा पर भी आरोप लगा था. जिसमें लगातार जांच जारी है. रवि उप्पल को भारत लाने के बाद ईडी इस केस में और भी जांच कर सकती है. इस मामले में छत्तीसगढ़ में पुलिस कर्मचारियों समेत 5 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. ईडी ने संकेत दिए है कि आने वाले दिनों में कार्रवाई का दायरा और बढ़ेगा.