रायपुर/हैदराबाद: जातक अपने घर में श्रीयंत्र की स्थापना कर सुख शांति और वैभव हासिल कर सकता है. खास तौर पर माता लक्ष्मी जी की कृपा हासिल कर सकता है.लक्ष्मी जी की कृपा पाने के लिए श्रीयंत्र का विधि विधान से पूजन करना बेहद जरूरी है. आप श्रीयंत्र की सहायता से विशेष लाभ प्राप्त कर सकते हैं. श्रीयंत्र आप तांबे, चांदी और सोने किसी भी धातु पर बना हुआ ले सकते हैं.
इसके बाद श्रीयंत्र का पूजन शुरू कर सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि श्रीयंत्र, मां लक्ष्मी को अति प्रिय है. इसीलिए श्रीयंत्र का पूजा करने से देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा मिलती है. घर पर विधि-विधान से श्रीयंत्र की पूजा और अराधना करने से घर में सुख-संपत्ति, सौभाग्य और ऐश्वर्य की प्राप्त होता है. लेकिन इसकी स्थापना और पूजन के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.
इन बातों का रखना होगा ध्यान: श्री यंत्र को अगर घर में स्थापित करना चाहते हैं तो शुभ मुहुर्त देखकर ही इसकी स्थापना करें. मदिरा, मांस और अभद्र भाषा का इस्तेमाल न भूलकर भी ना करें. ऐसा करने से श्रीयंत्र से होने वाला लाभ आपको मिलेगा ही नहीं. दोष लगने की आशंका अलग बनी रहेगी. ध्यान रखें श्रीयंत्र सही ढ़ंग से बना हो, गलत श्रीयंत्र की पूजा करने से कोई लाभ नहीं होता. एक बार श्री यंत्र को स्थापित करने के बाद रोजाना उसका जाप करना जरूरी है. अगर घर में श्रीयंत्र को रखें तो उसकी पूजा जरूर करें. इसकी पूजा न करने से नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकते हैं.
पूजा की विधि है सरल: श्रीयंत्र पूजा की बेहद सरल विधि है. जो किसी भी सामान्य पूजा की तरह ही है. यह पूजा पवित्रता और नियम से करने पर लाभ आसानी से मिल सकता है. परंतु श्रीयंत्र पूजा के में कुछ सामान्य नियमों का जरूर पालन करें. सबसे पहले श्रीयंत्र की प्राण-प्रतिष्ठा पूजा करें. श्रीयंत्र की पूजा लोभ के भाव से नहीं बलकि सुख और शांति के भाव से करने से लाभ मिलता है. शुक्रवार को सुबह स्नान कर एक थाली में श्रीयंत्र स्थापित करें. श्रीयंत्र को लाल कपड़े में रख लें. जिसके बाद श्रीयंत्र को पंचामृत और गंगाजल से स्नान कराएं. फिस यंत्र की पूजा लाल चंदन, लाल फूल, अबीर, मेंहदी, रोली, अक्षत, लाल दुपट्टा चढ़ाएं. श्रीयंत्र को मिठाई का भोग लगाएं, और धूप, दीप, कपूर से आरती करें.