रायपुर : कोरोना,डेंगू स्वाइन,स्वाइन फ्लू के बाद लंपी वायरस ने लोगों को चिंता में डाल दिया (lumpy virus in chhattisgarh) है. गुजरात , राजस्थान , मध्यप्रदेश और पंजाब के अंदर पशुओं में तेजी से फैले इस वायरस ने भैसों समेत हजारों जानवरों की जान ले ली. इसको देखते हुए छत्तीसगढ़ में भी स्वास्थ्य विभाग (health department in chhattisgarh) ने लंपी वायरस को लेकर अलर्ट (Alert regarding lumpy virus in Chhattisgarh) जारी कर दिया है. पिछले कुछ हफ्तों में इस वायरस इन्फेक्शन के कारण राजस्थान और गुजरात में 6 हजार से ज्यादा पशु मारे गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट : छत्तीसगढ़ में लंपी वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया (raipur news) है. छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में इसके नियंत्रण के लिए सतर्कता अनिवार्य है. स्वास्थ्य विभाग ने रोग के नियंत्रण हेतु और रोग ग्रस्त पशुओं का उपचार एवं कंट्रोल हेतु आवश्यक औषधियों एवं अन्य सामग्रियों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
क्या होता है लंपी वायरस : लंपी वायरस की बात करें तो ये एक संक्रामक रोग है. लंपी वायरस की चपेट में आने वाले मवेशियों को बुखार आता (Lumpy virus threatens cattle in Chhattisgarh) है. मवेशी के पूरे शरीर में गांठ, नरम छाले पड़ जाते हैं. मुंह से लार निकलता है. और आंख-नाक से भी स्राव होता है. पशु चिकित्सकों के मुताबिक दुग्ध उत्पादन में कमी आना, मवेशी का ठीक से भोजन नहीं कर पाना भी इस बीमारी के लक्षण हैं. इस बीमारी की चपेट में आने पर मवेशी के लंगड़ापन, निमोनिया, गर्भपात और बांझपन का शिकार होने का खतरा बढ़ जाता है.
कैसे फैलता है संक्रमण, क्या है बचाव : लंपी वायरस की बात करें तो संक्रमण मच्छर-मक्खी और चारा के साथ ही संक्रमित मवेशी के संपर्क में आने से भी फैलता है. इसके इलाज के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है. ऐसे में डॉक्टर्स लक्षण के आधार पर उपलब्ध दवाओं का ही उपचार में उपयोग करते हैं. इस बीमारी से बचाव के लिए जरूरी है कि साफ-सफाई का खास ध्यान रखा जाए और मवेशियों को किसी संक्रमित मवेशी के संपर्क में आने से बचाया जाए.