रायपुर: ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो गई है. हर साल यह यात्रा आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि से शुरू होती है. इस रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ के साथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा भी अपने अपने रथ पर विराजमान होकर गुंडिचा मंदिर की ओर रवाना होते हैं. छत्तीसगढ़ में भी कई जगहों पर भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है. भगवान जगन्नाथ और उनके भाई बलभद्र और छोटी बहन सुभद्रा के रथों को भव्य तरीके से सजाया जाता है.
मुख्यमंत्री रस्म निभाकर रथयात्रा को करेंगे रवाना: गायत्री नगर स्थित जगन्नाथ मंदिर से भगवान जगन्नाथ जी की रथ यात्रा निकाली जा रही है. मंदिर समिति की ओर से रथयात्रा के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री को आमंत्रित किया गया है. गायत्री नगर में रथयात्रा रवाना होने से पहले छेरापहरा की रस्म निभाई जाएगी. इसके तहत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रथ के आगे सोने से निर्मित झाड़ू से बुहारने की रस्म निभाकर रथयात्रा को रवाना करेंगे.
राज्यपाल भी होंगे रथ यात्रा में शामिल: राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा पर्व के अवसर पर प्रदेश वासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि "रथयात्रा हमारी आस्था एवं संस्कृति से जुड़ा पर्व है. ऐसे त्यौहार हम सबको एकसूत्र में बंधने का अवसर देते हैं और आपसी सौहार्द्र बढ़ाते हैं. इस पावन अवसर पर हम भगवान श्री जगन्नाथ जी से सुख, समृद्धि और अनंत कृपा के लिए प्रार्थना करते हैं. उनका दिव्य आशीर्वाद हम सभी पर हमेशा बना रहे." राज्यपाल ने इस अवसर पर सभी नागरिकों की खुशहाली की कामना की है.
राजधानी के इन जगहों से निकलेगी रथ यात्रा: राजधानी रायपुर में रथयात्रा की तैयारी पूरी कर ली गई है. राजधानी रायपुर के विभिन्न जगहों पर स्थित जगन्नाथ मंदिरों से रथ यात्रा निकाली जायेगी. पुरानी बस्ती, अवंती विहार मंदिर, गायत्री नगर, सदरबाजार, लिली चौक, आमापारा, अश्विनी नगर, पुराना मंत्रालय परिसर, आकाशवाणी कालोनी, गुढ़ियारी, कोटा के मंदिरों से रथयात्रा निकाली जाएगी. भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर अपने मौसी के घर गंडिचा मंदिर के लिए हर साल रवाना होते हैं.