ETV Bharat / state

वामपंथी दलों का मोदी सरकार पर वार, बोले- 'नोटबंदी और GST से पड़ी मंदी की मार'

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मोदी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान वामपंथी पार्टी ने मोदी सरकार पर जमकर आरोप लगाए.

वामपंथी दलों का मोदी सरकार पर वार
author img

By

Published : Oct 16, 2019, 6:26 PM IST

रायपुर: राजधानी रायपुर के बूढा तालाब धरना स्थल पर वामपंथी पार्टी ने राज्य स्तर पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान वामपंथी पार्टी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के गलत फैसले नोटबंदी और GST के दुष्प्रभाव के कारण पूरे देश में मंदी पसर गई है.

इस दौरान उन्होंने कहा कि 'देश में कारखाने बंद हो रहे हैं. कारखानों में काम करने वाले लोगों की हर रोज छंटनी हो रही है. खेती किसानी बर्बाद हो रही है'. साथ ही उन्होंने कहा कि 'मंदी का अर्थ है जनता की जेब में रुपया न होने के कारण उपभोक्ता वस्तुओं की मांग में कमी हो रही है. इससे निपटने का एक ही तरीका है सर्वजनिक कल्याण के क्षेत्र में सरकार ज्यादा खर्च करे, लेकिन सरकार कॉर्पोरेट सेक्टर को फायदा पहुंचाने पर ज्यादा ध्यान दे रही है'.

नौजवानों को नहीं मिला भत्ता
CPI (M) के नेता संजय पराते ने कहा कि 'केंद्र सरकार रोजगार पैदा करने के लिए सार्वजनिक निवेश बढ़ाने की बात कही थी. नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी, इतना ही नहीं न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपए महीना सुनिश्चित करने की बात कही थी, लेकिन केंद्र सरकार अब उसपर चुप्पी साधे बैठी है'.

इनके प्रमुख मांगें:-

  • सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण न करे केंद्र सरकार.
  • प्रतिरक्षा और कोयला क्षेत्र में 100% विदेशी निवेश का फैसला वापस लिया जाए.
  • BSNL और रक्षा उद्योग के कारखाना, रेलवे और एयर इंडिया को निजीकरण पर रोक लगाई जाए.
  • मनरेगा बजट में आवंटन बढ़ाया जाए.
  • मनरेगा की बकाया मजदूरी का भुगतान करने के साथ ही मनरेगा मजदूरों को 200 दिनों का काम दिया जाए.
  • केंद्र सरकार मनरेगा मजदूरों को 600 रुपये की मजदूरी दिए जाने के वादे को पूरा करे.
  • कृषि संकट से निपटने और किसानों की आत्महत्या को रोकने किसानों को कर्ज मुक्त कर उन्हें लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में दिया जाए.
  • वृद्धा और विधवाओं को न्यूनतम 3000 रुपए मासिक पेंशन दिया जाए.

रायपुर: राजधानी रायपुर के बूढा तालाब धरना स्थल पर वामपंथी पार्टी ने राज्य स्तर पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान वामपंथी पार्टी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के गलत फैसले नोटबंदी और GST के दुष्प्रभाव के कारण पूरे देश में मंदी पसर गई है.

इस दौरान उन्होंने कहा कि 'देश में कारखाने बंद हो रहे हैं. कारखानों में काम करने वाले लोगों की हर रोज छंटनी हो रही है. खेती किसानी बर्बाद हो रही है'. साथ ही उन्होंने कहा कि 'मंदी का अर्थ है जनता की जेब में रुपया न होने के कारण उपभोक्ता वस्तुओं की मांग में कमी हो रही है. इससे निपटने का एक ही तरीका है सर्वजनिक कल्याण के क्षेत्र में सरकार ज्यादा खर्च करे, लेकिन सरकार कॉर्पोरेट सेक्टर को फायदा पहुंचाने पर ज्यादा ध्यान दे रही है'.

नौजवानों को नहीं मिला भत्ता
CPI (M) के नेता संजय पराते ने कहा कि 'केंद्र सरकार रोजगार पैदा करने के लिए सार्वजनिक निवेश बढ़ाने की बात कही थी. नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी, इतना ही नहीं न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपए महीना सुनिश्चित करने की बात कही थी, लेकिन केंद्र सरकार अब उसपर चुप्पी साधे बैठी है'.

इनके प्रमुख मांगें:-

  • सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण न करे केंद्र सरकार.
  • प्रतिरक्षा और कोयला क्षेत्र में 100% विदेशी निवेश का फैसला वापस लिया जाए.
  • BSNL और रक्षा उद्योग के कारखाना, रेलवे और एयर इंडिया को निजीकरण पर रोक लगाई जाए.
  • मनरेगा बजट में आवंटन बढ़ाया जाए.
  • मनरेगा की बकाया मजदूरी का भुगतान करने के साथ ही मनरेगा मजदूरों को 200 दिनों का काम दिया जाए.
  • केंद्र सरकार मनरेगा मजदूरों को 600 रुपये की मजदूरी दिए जाने के वादे को पूरा करे.
  • कृषि संकट से निपटने और किसानों की आत्महत्या को रोकने किसानों को कर्ज मुक्त कर उन्हें लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में दिया जाए.
  • वृद्धा और विधवाओं को न्यूनतम 3000 रुपए मासिक पेंशन दिया जाए.
Intro: रायपुर राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर वामपंथी पार्टी ने राज्य स्तर पर धरना दिया वामपंथी पार्टी का कहना है कि नोटबंदी और जीएसटी के दुष्प्रभाव के कारण पूरे देश में मंदी पसर गई है कल कारखानों के बंद होने से हर रोज छटनी की खबर आ रही है खेती किसानी बर्बाद हो रही है मंदी का अर्थ है जनता की जेब में पैसे ना होने के कारण उपभोक्ता वस्तुओं की मांग में कमी होना इससे निपटने का एक ही तरीका है सर्वजनिक कल्याण के क्षेत्र में सरकार ज्यादा खर्च करें जिससे जनता को रोजगार मिले और उसकी जेब में पैसे आए लेकिन ऐसा करने के बजाय मंदी की आड़ में मोदी सरकार कारपोरेट और अमीरों को करो में छूट देकर उसके मुनाफे बनाए रखने और उसकी संपत्ति में वृद्धि करने के रास्ते पर चल रही है इससे आम जनता और ज्यादा बधाल होगी वामपंथी पार्टी ने आज के धरना प्रदर्शन में सात बिंदुओं को लेकर प्रदर्शन किया





Body:रोजगार पैदा करने के लिए सार्वजनिक निवेश बढ़ाने की बात कही नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता देने की बात भी कही गई न्यूनतम मजदूरी 18 हजार रुपया महीना सुनिश्चित करने की बात कही बड़ी संख्या में छटनी का शिकार हो रहे मजदूरों के लिए सुनिश्चित मासिक आजीविका वेतन का प्रावधान करने जैसे बात भी रखी


Conclusion:सार्वजनिक क्षेत्र का निजी करण बंद कर प्रतिरक्षा और कोयला क्षेत्र में 100% विदेशी निवेश का फैसला वापस लिया जाए बीएसएनएल रक्षा उद्योग के कारखाना रेलवे और एयर इंडिया आदि में बड़े पैमाने पर किए जा रहे निजी करण पर रोक लगाया जाए मनरेगा बजट में आवंटन बढ़ाने बकाया मजदूरी का भुगतान करने मनरेगा मजदूरों को 200 दिनों का काम और 600 रुपया रोजी देने की बात कही कृषि संकट से निपटने और किसान द्वारा किए जा रहा है आत्महत्या को रोकने के लिए किसानों को कर्ज मुक्त कर लागत का डेढ़ गुना उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य के रूप में देने की बात कही वृद्धा व विधवाओं को न्यूनतम 3000 रुपए मासिक टेंशन दिया जाए


बाइट संजय पराते राज्य सचिव मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी रायपुर



रितेश कुमार तंबोली ईटीवी भारत रायपुर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.