रायपुर: कहते हैं शौक बड़ी चीज है. लोगों को अलग-अलग चीजों को संग्रहित करने का शौक होता है. राजधानी रायपुर के एक सराफा कारोबारी ने टेलीफोन का संग्रहण (telephone collection) किया हुआ है. लक्ष्मीनारायण लाहोटी (Laxminarayan Lahoti) के पास आजादी से पहले 1945 से लेकर 1995 तक 50 सालों के पुराने टेलीफोन मौजूद है. टेलीफोन संग्रह करने का शौक उन्हें उनके पिता से विरासत में मिला है. लक्ष्मीनारायण लाहोटी के पिता सिक्कों का संग्रहण करने के शौकीन थे और पिता के इन्हीं गुणों से सीख लेकर लक्ष्मीनारायण ने टेलीफोन का संग्रह किया. इनके पास मौजूद टेलीफोन का वजन 300 ग्राम से लेकर साढ़े 5 किलो तक का है. 5 किलो के इस फोन में कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 3 लोगों से बात की जा सकती है. उनके पास 57 टेलीफोन मौजूद है.
टेलीफोन संग्रह करने वाले शख्स लक्ष्मीनारायण के पास केवल टेलीफोन ही नहीं बल्कि 100 साल पुराना पीतल के कंपास यानि दिशा सूचक यंत्र भी मौजूद है. उन्होंने बताया कि विश्व की छोटी से लेकर बड़ी ग्लास तक मौजूद जो आज इनके संग्रह का एक हिस्सा बन चुकी हैं. टेलीफोन संग्रह करने के शौक की शुरुआत उन्होंने उस समय की थी जब रायपुर में टेलीफोन के 3 अंक हुआ करते थे. उसके बाद 4 हुए 5 हुए 6 हुए और अब वर्तमान में 7 डिजिट के टेलीफोन नंबर चल रहे हैं.
भेंट स्वरूप मिला टेलीफोन
लक्ष्मीनारायण लाहोटी बताते हैं कि 57 टेलिफोन में बीएसएनएल कंपनी और निजी कंपनी के टेलीफोन शामिल है. यह सभी टेलीफोन लक्ष्मीनारायण को उपहार स्वरूप लोगों ने दिया था. कुछ टेलीफोन इन्हें भेंट स्वरूप बीएसएनएल विभाग से मिला हुआ है. जिसे उन्होंने पिछले कई दशकों से सहेज कर और संभाल कर रखा हुआ है.
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सिर्फ सफेद कपड़ा पहनते हैं लक्ष्मीनारायण
अपने शौक के बारे में लक्ष्मीनारायण ने बताया कि वह पिछले 13 साल से सिर्फ सफेद कपड़ा पहनते आ रहे हैं. पहले सिर्फ रंगीन कपड़ों का ही शौक रखते थे. उन्हें सफेद रंग से नफरत थी. किसी मान्यता के बाद उन्होंने सफेद कपड़ा पहनना शुरू किया जो आज तक चलता आ रहा है. फिल्म स्टारों के साथ ही फेमस हस्तियों के जन्म से लेकर मृत्यु तक की जानकारी अपनी डायरी में लिखकर रखते हैं. अपने परिजनों और परिचितों का जन्मदिन भी एक डायरी में नोट करते हैं और उन्हें उस दिन फोन करके बधाई भी देते हैं.